सोशल मीडिया पर वायरल हुआ BTC 2015 का पेपर, चौथे सेमेस्टर की परीक्षाएं रद्द
इलाहाबाद। बीटीसी 2015 के चौथे सेमेस्टर की परीक्षाएं निरस्त कर दी गई हैं। इन परीक्षाओं का आयोजन 8 से 10 अक्टूबर के बीच होना था, लेकिन सोमवार को ही कौशांबी में इस परीक्षा के पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। परीक्षा का पेपर वायरल होने के बाद सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने सभी परीक्षाएं निरस्ट कर दी है। उन्होंने बताया कि पेपर लीक मामले की जांच डीआईओएस कौशांबी को दी गई है। उनकी जांच के बाद रद्द हुए प्रश्न पत्र की परीक्षा बाद में कराई जाएगी और इसके लिए बाद में ही डेट घोषित होगी।
क्या
है
मामला
उत्तर
प्रदेश
बीटीसी
2015
चौथे
सेमेस्टर
के
लिए
72628
परीक्षार्थी
पंजीकृत
हैं।
इनके
साथ
बीटीसी
2013
सेवारत
बैच
(मृतक
आश्रित)
व
बीटीसी
2014
(अवशेष
अनुत्तीर्ण)
की
परीक्षा
प्रदेश
भर
में
8
अक्टूबर
से
शुरू
हुई
थी।
पहले
दिन
बीटीसी
के
दो
पालियों
में
परीक्षा
हुई।
पहली
पाली
में
आरंभिक
स्तर
पर
भाषा
एवं
गणित
पठन
लेखन
क्षमता
का
विकास
व
द्वितीय
पाली
मे
शैक्षिक
प्रबंधन
एवं
प्रशासन
विषय
की
परीक्षा
आयोजित
की
गई
थी।
बता
दें
कि
परीक्षा
से
पहले
ही
सोशल
मीडिया
पर
प्रश्न
पत्र
वायरल
हो
गया।
10
तारीख
तक
की
परीक्षा
रद्द
मामले
की
शिकायत
परीक्षा
नियामक
प्राधिकारी
कार्यालय
इलाहाबाद
में
की
गई।
परीक्षा
नियामक
प्राधिकारी
सचिव
ने
कौशांबी
के
डीआईओएस
को
प्रश्न
पत्र
के
साथ
इलाहाबाद
तलब
कर
लिया।
इलाहाबाद
में
प्रश्न
पत्र
व
वायरल
प्रश्न
पत्र
का
मिलन
हुआ
और
मामले
की
प्रारंभिक
जांच
शुरू
हुई,
जिसके
बाद
सत्यता
पाए
जाने
पर
तत्काल
इस
परीक्षा
को
रद्द
कर
दिया
गया।
साथ
ही
आगे
होने
वाली
10
तारीख
तक
की
परीक्षा
को
भी
रद्द
कर
दिया
गया
है।
मामले
में
डीआईओएस
कौशांबी
को
जांच
करने
को
कहा
गया
है।
जिसमें
अब
वह
पता
लगाएंगे
कि
आखिर
सोशल
मीडिया
पर
प्रश्न
पत्र
कैसे
हैं
वायरल
हुआ
है।
क्या
कह
रहे
अधिकारी
मामले
में
परीक्षा
नियामक
प्राधिकारी
सचिव
अनिल
भूषण
चतुर्वेदी
ने
बताया
पेपर
आउट
होने
और
सोशल
मीडिया
पर
वायरल
होने
की
घटना
संज्ञान
में
आई
है।
इसके
लिए
डीआईओएस
कौशांबी
को
जांच
करने
के
लिए
कहा
गया
था,
उन्होंने
अपनी
रिपोर्ट
दे
दी
है।
जिसके
आधार
पर
8
से
10
अक्टूबर
के
बीच
होने
वाली
बीटीसी
2015
के
चौथे
सेमेस्टर
की
परीक्षा
निरस्त
कर
दी
गई
है।
इसकी
तारीख
है
बाद
में
जारी
की
जाएगी।
प्रश्न
पत्र
वायरल
किए
जाने
के
मामले
में
जांच
अभी
भी
जारी
है
दोषियों
के
विरुद्ध
कड़ी
कार्यवाही
के
लिए
कानूनी
प्रक्रिया
अपनाई
जाएगी।