' बाबरी मस्जिद को तोड़ने के लिए आडवाणी, जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती ने की थी बैठक'
बाबरी मस्जिद के विध्वंस के के मामले में मुख्य आरोपी का बड़ा दावा, मस्जिद को गिराने के लिए पहले से ही बनाई गई थी योजना।
नई दिल्ली। बाबरी विध्वंस मामले में जिस तरह से लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी समेत 13 लोगों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने आपराधिक षड़यंत्र का मामला चलाने का निर्देश दिया है उसने एक बार फिर से इस मुद्दे को धार दे दी है। लेकिन इस मामले में अब एक बड़ा दावा आरोपी पवन पांडे ने किया है, उन्होंने दावा किया है कि बाबरी ढांचे को बेहद ही योजनाबद्ध तरीके से गिराया गया था।
5 दिसंबर को हुई थी बैठक
बाबरी विध्वंस मामले में मुख्य आरोपी पवन पांडे का कहना है कि बाबरी ढांचे को गिराने के लिए कल्याण सिंह के मुख्यमंत्री बनने का बाद से ही इसकी तैयारी शुरु कर दी गई थी। यही नहीं 6 दिसंब की योजना को बनाने के लिए बकायदा 5 दिसंबर को एक बैठक बुलाई गई थी, जिसमें आडवाणी, उमा भारती, अशोक सिंघल जैसे बड़े नेता मौजूद थे। उन्होंने दावा किया है कि तमाम नेताओं को बाबरी मस्जिद को गिराने की योजना की जानकारी थी।
वेदांती का दावा झूठा
पांडे का कहना है कि इस बैठक में दो मत सामने आए थे एक पक्ष बाबरी को गिराने के पक्ष में था जबकि दूसरा पक्ष इसके खिलाफ था। वहीं इस प्रकरण में जिस तरह से वेदांती महाराज ने अपना बयान दिया है उसपर पवन पांडे ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वेदांती झूठ बोल रहे हैं, जिस वक्त ढांचा गिराया गया था वह वहां पर मौजूद नहीं थे, ऐसे में उनका दावा गलत है।
कारसेवकों को दी गई थी ट्रेनिंग
गौरतलब है कि जिस वक्त बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराया गया था पवन पांडे शिवसेना के नेता थे, वह विधायक भी रह चुके हैं। उन्होंने दावा किया है कि कारसेवकों को बाबरी गिराने के लिए बकायदा ट्रेनिंग दी गई थी, उन्हें यह सब विस्तार से बताया गया था कि कैसे मस्जिद को तोड़ना है, इसके लिए दो जिलों से सैकड़ों कारसेवकों को बुलाया गया था और उन्हें पत्थर से मस्जिद को तोड़ने की ट्रेनिंग दी गई थी।
कोर्ट में भी कायम रहेंगे अपने बयान पर
हालांकि पवन पांडे ने यह सारे बयान एक टीवी चैनल को दिया है, लेकिन उन्होंने यह सभी दावे कोर्ट में नहीं किए हैं और ना ही इस तरह का कोई बयान कोर्ट के सामने रखा है, अभी तक पवन पांडे का कोर्ट में बयान दर्ज नहीं हुआ है। लेकिन उन्होंने दावा किया है कि वह अपने बयान पर कोर्ट में भी कायम रहेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया है कि उन्होंने मीर बाकी का भी पत्थर तोड़ा है जिसका एक हिस्सा उनके पास तो दो हिस्से सीबीआई के पास है।