एमपी के कद्दावर मंत्री पहुंचे अपनी पुश्तैनी दुकान पर, ग्राहकों को तोलकर दिया सामान
इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इंदौर में अपनी पुश्तैनी दुकान पर पहुंचे। अपने अलग ही अंदाज में नजर आए विजयवर्गीय दिपावली पर हर साल धनतेरस या रुपचौहदस के दिन अपनी पुश्तैनी दुकान पर जाते हैं और अपने दुकानदार की तरह ग्राहकों को सामान बेचते हैं। यहां विजयवर्गीय की पुश्तैनी दुकान है, जो कि उनके पिता ने शुरू की थी। अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत के पहले विजयवर्गीय इसी दुकान को संभालते थे। चूंकि बाद में राजनीति में आने के बाद उन्होंने इस दुकान को पर जाना छोड़ दिया लेकिन आज भी इस किराना दुकान का संचालन करते हैं।
विजयवर्गीय ने अपनी पुरानी यादों को ताजा करते हुए कहा कि ये उनका पुश्तैदी धंधा है। इस दुकान के साथ उनकी और उनके परिवार की यादें जुड़ी है। मेरी मां इस दुकान को दुकान माता कहती थी।अब वो इस दुनिया में नहीं है,लेकिन उनकी यादे आज भी दुकान से जुड़ी है।बदलते वक्त के साथ बदलाव आया है।ऑनलाइन की वजह से छोटे दुकानदारों को नुकसान हुआ है। लेकिन हमारी दुकान पर फर्क नहीं पड़ा हमारे आज भी पुराने ग्राहक जुड़े है,जिनकी तीसरी पीढ़ी भी इसी दुकान से सामान लेती है।
हालांकि, दुकान पर बैठकर तो विजयवर्गीय ने चुनाव को लेकर खुल तक बात नहीं की ।लेकिन बाद में घर पर उन्होंने टिकट वितरण से लेकर चुनावी महौल पर खुलकर चर्चा की।विजयवर्गीय ने कहा कि टिकट वितरण को लेकर किसी तरह की खीचतान नहीं है। ताई विदेश में थी इस वजह से उनसे बात नहीं हो पाई थी।
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