यूपी: खुदाई के दौरान मनरेगा मजदूरों को मिले मुगलों के जमाने के सिक्के, पुलिस ने किया जब्त
बांदा। यूपी के बांदा में खदाई के वक्त मनरेगा मजदूरों को मुगलकालीन कीमती धातुओं के मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया है। मजदूरों को खुदाई के दौरान कच्चे बर्तन में 111 दुर्लभ सिक्के मिले। सिक्कों के मिलने के बाद मजदूरों ने इसे आपस में बाटने का निर्णय किया। लेकिन बंटवारे में हुए किसी विवाद के चलते इस बात की भनक पुलिस को लग गई। मौके पर पहुंच कर पुलिस ने खुदाई में निकले सिक्कों को अपने कब्जे में लिया। ये सभी सिक्के बहुमूल्य धातु या फिर अष्टधातु के हो सकते हैं। पूरे इलाके में यह बात बिजली की तरह आग की तरह फैल गई है। लोगों को लगने लगा है कि शायद जमीन के अंदर मुगलों के समय के खजाने छिपाए गए हैं।
पूरा मामला बांद जिले के मर्का थाने के कबीरपुर मजरे का है, जहां नदीं के किनारे निर्माण कार्य के लिए खुदाई का काम हो रहा था। मजदूरों द्वारा वहां मौजूद एक टीलले की जब खुदाई की गई तो सभी दंग रह गए। खुदाई के वक्त एक कच्चे मिट्टी के घड़े में मुगलों के समय का अष्टधातु और सोने के सिक्के के मिलने की बात सामने आई। खुदाई के दौरान मिले धन बटवारे को लेकर मजदूरों के बीच विवाद हो गया। किसी तरह पुलिस को इस बारे में पता चला जिसके बाद पुलिस ने रात के वक्त मजदूर रामभवन,हीरालाल, और उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद मजदूरों ने इन सिक्कों का ठिकाना बताया जिसे पुलिस ने अब जब्त कर लिया है। पुलिस के अनुसार इन सिक्कों का वजन लगभग सवा किलों के लगभग है।
इस मामले को पूरी गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों सिक्कों को पूरे गाव वालों के सामने गिनवाया जिसमे पता चला की कुल 111 सिक्के पाए गए हैं। जिला प्रशासन जल्द ही इन सिक्कों की पहचान करवाकर पुरातत्व विभाग को भेजने की तैयारी में है।टन
कुछ इसी प्रकार साल 2013 में उन्नाव के डोंंडिया खेड़ा में बाबा शोभन सरकार ने एक घोषणा की कि उन्हें सपना आया कि गांव में मौजूद किले के पास जमीन के नीचे हजार टन तक सोना मौजूद है जिसके बाद एएसआई ने वहां की जमीन को खुदवाना शुरू किया जिसका नतीजा ये निकला की वहां से कुछ भी नहीं मिला। सिर्फ एक सपने के आधार पर धन बल के साथ वहां पहुंचकर खुदाई करना कहीं ना कहीं अंधविश्वास को दर्शाता है।
ये भी पढ़ें- यूपी: सीएमओ की डांट सुन ऑपरेशन बीच में छोड़ चला गया डॉक्टर, गुस्साए परिजनों ने किया चक्का जाम