अयोध्या का राम मंदिर ट्रस्ट अब दान में नहीं चाहता सोना-चांदी, जानिए क्या है वजह?
नई दिल्ली: अयोध्या में भव्य राम मंदिर का इंतजार अब खत्म होने वाला है। 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला के दर्शन कर मंदिर की आधारशिला रखेंगे। जिसके लिए 40 किलोग्राम की विशेष शिला बनाई जा रही है। राम मंदिर के बनने का लोग लंबे वक्त से इंतजार कर रहे थे, इस वजह से जैसे ही डेट फाइनल हुई दान-दाताओं की लाइन लग गई। ज्यादातर लोग सोने-चांदी की ईंट दे रहे हैं, लेकिन अब ये श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के लिए समस्या बनती जा रही है।
रखने के लिए नहीं सही जगह
मामले में ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि रामलला के मंदिर को लेकर भक्तों में काफी उत्साह है। जिस वजह से वो लगातार मंदिर निर्माण के लिए सोने-चांदी की ईंटें दान कर रहे हैं। ऐसे में ट्रस्ट एक बड़ी दुविधा में फंस गया है, क्योंकि बैंकों के पास इतने लॉकर नहीं है कि इन धातु की ईंटों को सुरक्षित रखा जा सके। किसी कार्यालाय में भी इन्हें रखना सुरक्षित नहीं होगा। इसके अलावा सोने-चांदी की जांच के लिए भी अभी ट्रस्ट के पास व्यवस्था नहीं है। जिस वजह से अब ट्रस्ट ने सोने-चांदी की ईंटें नहीं दान करने की अपील की है।
एक क्विंटल से ज्यादा सोना-चांदी
चंपत राय के मुताबिक अब तक एक क्विंटल से ज्यादा धातुओं (सोने-चांदी) की ईंटें दान में मिल चुकी हैं। अब और ईंटों का रखरखाव मुश्किल हो रहा है। ऐसे में ट्रस्ट ने सभी भक्तों से धातुओं की ईंट की जगह पैसे दान करने की अपील की है। चंपत राय के मुताबिक राम मंदिर निर्माण में काफी धन की आवश्यकता पड़ेगी। ऐसे में भक्त सीधे ट्रस्ट के खाते में जाकर दान कर सकते हैं। इससे मंदिर निर्माण में काफी मुश्किलें कम हो जाएंगी।
पहली ईंट की फोटो वायरल
पीएम मोदी द्वारा मंदिर की पहली ईंट रखने के बाद हिंदुओं के भव्य धार्मिक स्थल का निर्माण शुरू हो जाएगा। इस बीच सोशल मीडिया पर अयोध्या से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद लल्लू सिंह ने उस ईंट की तस्वीर साझा की है, जिसे पीएम मोदी द्वारा स्थापित किया जाएगा। फोटो पोस्ट होते ही सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई, हालांकि बाद में सांसद ने ये फोटो ट्विटर से डिलीट कर दी। फोटो में चांदी की ईंट का वजन 22 किलो 600 ग्राम बताया गया था।
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