आजम पर दलितों की जमीन हड़पने का आरोप, राजस्व परिषद ने भेजा नोटिस
रामपुर: राजस्व परिषद ने सपा विधायक आजम खान को जमीन के एक मामले में नोटिस भेजा है। आजम खान पर आरोप है कि अली जौहर विश्वविद्यालय के लिए जो जमीन उन्होंने खरीदी, वो दलित समुदाय के नाम आवंटित थी। ये नोटिस तब भेजा गया जब पूर्व मंत्री बहादुर सक्सेना के बेटे और लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष आकाश सक्सेना ने सीएम योगी आदित्यनाथ से इसकी शिकाय़त की।
जिला प्रशासन ने मार्च में आजम खान के खिलाफ 10 केस दर्ज किये थे। उनपर आरोप है कि जब वो 2007-2012 तक सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री थे, तब मुरादाबाद के कमिश्नर ने उन्हें चक रोड पर यूनिवर्सिटी कैंपस बनाने की अनुमति दी थी। 23 अक्टूबर, 2017 को रामपुर के डीएम ने राजस्व परिषद में याचिका देकर सपा नेता के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की थी।
वहीं उत्तर प्रदेश जल निगम भर्ती घोटाला मामले में एसआईटी ने सपा विधायक आजम खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। पूर्व मंत्री के साथ चार और लोगों पर भी एफआईआर की गई है। एसआईटी के जल निगम भर्ती घोटाले में आजम खान और तत्कालीन एमडी पीके आसुदानी के खिलाफ रिपोर्ट सरकार को सौंपने के बाद ये एफआईआर हुई है।
एसआईटी ने रिपोर्ट में आजम खान और आसुदानी पर मुकदमा दर्ज कराने की अनुमति मांगी थी। वहीं आजम खान ने इस मामले पर कहा है कि कोई भ्रष्टाचार उनकी सरकार में नहीं हुआ और ये सब राजनीतिक दुश्मनी निकालने के लिए किया जा रहा है।