पुलिस ने चूक के आरोप को किया खारिज, कहा मुन्ना बजरंगी की सुरक्षा में नहीं थी कोई कमी
वाराणसी। सोमवार को सुबह बागपत जेल में माफिया मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी गई थी। यह हत्या उसी जेल में बंद कैदी सुनील राठी ने सिर में गोली मारकर की थी। इस घटना के बाद से पुलिस पर सवालियां निशान उठने लगे जिसके बाद डीजीपी ओपी सिंह ने मीडिया के सामने आकर सफाई दी। डीजीपी ने कहा है कि पुलिस की तरफ से कोई चूक नहीं हुई है। उनका कहना है कि मामले की मजिस्ट्रेटी जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
जानकारी के अनुसार, डीजीपी ने कहा कि मुन्ना बजरंगी को झांसी जिला कारागार से बागपत जिला कारागर भारी सुरक्षा के बीच लाया गया था। सुरक्षा के अलावा दो एम्बुलेंस भी लगाई गयी थी। पुलिस प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार की कोई चूक नहीं हुई है। जेल में ही हत्या हुई है। वारदात के लिए हथियार कहां से आया था, किसने मुहैया कराया।
इन सब मामले की जांच मजिस्ट्रेट द्वारा की जा रही है। जांच के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं, जैसे ही रिपोर्ट आती है तो दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। इसके अलावा प्रदेश के अन्य जेलों में अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद के लिए जिलाधिकारी व कप्तानों को निर्देश दिये जा चुके हैं।
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डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि महिला सम्बंधी अपराध बढ़े हैं। छेड़छाड़ व रेप की घटनाओं में इजाफा हुआ है। इस तरह के अपराध प्रदेश में शर्मनाक है, हमें इसे रोकना है। उन्होंने कहा प्रदेश में बढ़े अपराध को रोकने के लिए छह माह की जरुरत है, हम ऐसे अपराधो पर शिकजां कसने की पूरी तैयारी कर चुके हैं।
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