आंतकी नईम के निशाने पर था पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने लश्कर-ए-तैय्यबा के फरार आतंकी अब्दुल नईम शेख को मंगलवार को वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया। नईम 2014 में पुलिस की हिरासत से फरार हो गया था। एनआईए से सूत्रों के मुताबिक नईम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को दहलाने की साजिश रच रहा था। एनआइए की टीम नईम को लेकर दिल्ली गई है और वहां पूछताछ कर रही है। बता दें कि हैदराबाद बम धमाके का आरोपी नईम 2014 में मुंबई से कोलकाता ले जाते वक्त हावड़ा एक्सप्रेस से कूदकर फरार हो गया था।
नईम 26/11 मुंबई हमले के आरोपी अबु जिंदाल का करीबी माना जाता है। नईम देश में एक बड़े आतंकी हमले की फिराक में था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नईम ने कबूला है कि वह फरार होने के बाद कश्मीर गया और वहां लश्कर आतंकियों से मिलकर उसने सैन्य प्रतिष्ठानों और पावर प्लांट्स की जासूसी की। वह कुछ दिनों तक हिमाचल में भी रहा, जहां उसने कसोल में रैकी की। इस दौरान उसकी योजना इज़राइली नागरिकों को निशाना बनाने की थी।
एनआईए की सूत्रों के मुताबिक वह कुछ दिन तक वाराणसी में रहा था। जहां उसने अपना नेटवर्क बनाया और किराये का कमरा लेकर रहने लगा। वह इस दौरान लगातार पाकिस्तान में बैठे आईएसआई और लश्कर के आकाओं से संपर्क में रहा। उसने वाराणसी व लखनऊ में अपने साथियों का बड़ा नेटवर्क बना लिया था। साथ ही उसने दिल्ली में भी कुछ महत्वपूर्ण सैन्य स्थलों की जासूसी की है।
सुरक्षा अधिकारी के मिताबिक, उन्हें आरोपी से कुछ तस्वीरें, वीडियो और नक्शे मिले हैं। जिनसे पूरा शक होता है कि वो आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए वाराणसी पहुंचा है। आरोपी शेख अब्दुल नईम 2006 में पकड़ा गया था, लेकिन तब भी वह पुलिस कस्टडी से भाग निकला था। इसके बाद में उसे बीएसएफ ने बांग्लादेश बार्डर पर दो अन्य आतंकियों के साथ पकड़ा था। उसके पास असलहों का जखीरा भी बरामद हुआ था।