मुजफ्फरनगर: लंबे विवाद के बाद आखिरकार ढहाई गई 10 साल पुरानी मस्जिद
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मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में एनएच-58 हाईवे के किनारे बने एक धार्मिक स्थल को आज जिला प्रशासन ने हटा दिया है। इस दौरान मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल और प्रशासनिक टीम मौजूद रही। इस मस्जिद को पहले भी कई बार हटाने का प्रयास किया गया था लेकिन हर बार विवाद के चलते यह मस्जिद नहीं हटाई गई। इसकी वजह से पिछले लगभग 10 सालों से पुल कार्य बाधित हो रहा था। पुल का पूरा निर्माण ना होने की वजह से रेलवे लाइन के ऊपर बने इस फ्लाईओवर पर वन वे ट्रैफिक गुजरता था जिस वजह से हाईवे बनने के बाद से अब तक सड़क दुर्घटनाओं में तकरीबन 80 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं।
संजीव बालियान के प्रयासों से मिली सफलता
उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद मुजफ्फरनगर के सांसद डॉक्टर संजीव बालियान ने मस्जिद को हटवाने का प्रयास जोरो-शोरों से शुरू किया था। इस संबंध में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी वार्ता कर तकरीबन दो सौ बीस करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। साथ ही साथ भाजपा सांसद डॉक्टर संजीव बालियान के प्रयासों के बाद आज हाईवे किनारे बनी इस मस्जिद को जिला प्रशासन द्वारा हटा दिया गया।
मुस्लिमों ने किया फुल सपोर्ट
इस मस्जिद की वजह से हाईवे पर रेलवे लाइन के ऊपर बना फ्लाईओवर अधर में था जो अब जल्द ही पूरा होने की उम्मीद है। सबसे बड़ी बात ये रही की इस दौरान कोई भी विवाद नहीं हुआ और मस्जिद को शांति पूर्व तरीके से हाईवे से हटा दिया गया। मस्जिद हटवाने में मुस्लिमों का भी पूरा समर्थन रहा।
जमीन मालिक को मिला लगभग 35 लाख रूपये का मुआवजा
पूर्व मंत्री संजीव बालियान मीडिया से बात रखते हुए परिवहन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के इस सराहनीय कदम पर धन्यवाद भी दिया। वहीं बताया जा रहा है कि जमीन के मालिक को नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इण्डिया के द्वारा लगभग 35 लाख रूपये का मुआवजा भी दिया गया है।
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