600 साल पुराने इस मंदिर में मुस्लिम महिलाएं करती हैं 'भोलेनाथ' का जलाभिषेक
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कन्नौज। उत्तर प्रदेश में जहां छोटी-छोटी बातों पर विवाद को हिन्दू-मुस्लिम रंग देने में जरा भी परहेज नहीं किया जाता वहां हिन्दू-मुस्लिम एकता की खबरें सुकून देती हैं। प्रदेश के कन्नौज जिले में एकता की मिसाल एक अलग ही तस्वीर उभर कर सामने आई है। यहां शिवरात्रि के अवसर पर मुस्लिम महिलाओं ने मन्दिर जाकर शिवरात्री का पर्व मनाया। मुस्लिम महिलाओं ने इसे भी अपनी परंपरा का हिस्सा बताया। उनका कहना था कि हमारे लिए अल्लाह और भगवान में कोई अंतर नहीं है और हमें सभी धर्मों का समान रूप से सम्मान करना चाहिए।
कन्नौज के छिबरामऊ में छः सौ वर्ष पुराने इस चमन ऋषी आश्रम में भगवान शिव की पूजा करने के लिए हिन्दू व मुस्लिम दोनों ही समुदाय के लोग हर वर्ष आते है। मुस्लिमों के मंदिर आने और शिवजी की अराधना करने का ये सिलसिला कई वर्षों से बदस्तूर जारी है। यहां मुस्लिम महाशिवरात्रि पर विशेष रूप से भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं और मनोकामना पूरी होने का आशीर्वाद मांगते हैं।
यहां आने वाली मुस्लिम महिलाओं ने जब पूछा गया तो उ्होंने बताया कि वे यहां पर काफी पहले से आ रहे हैं। उनके बाप-दादा भी यहां आते थे। वे इसे अपनी परंपरा का हिस्सा बताती है। मुस्लिम महिलाओं का कहना था कि हिन्दू-मुसलमान में कोई अंतर नहीं है और वे सभी धर्मों का सम्मान करती है और सभी को ऐसा ही करना चाहिए।