चीन का विरोध करते हुए मुस्लिम महिलाओं ने पीएम मोदी को भेजी राखी
वाराणसी में मुस्लिम महिलाओं ने पीएम मोदी के लिए अपने हाथों से राखी बनाई है। दरसअल मुस्लिम महिलाएं इस राखी के जरिए चाइनीज राखी का विरोध कर रही हैं।
वाराणसी में मुस्लिम महिलाओं ने पीएम मोदी के लिए अपने हाथों से राखी बनाई है। दरसअल मुस्लिम महिलाएं इस राखी के जरिए चाइनीज राखी का विरोध कर रही हैं। इस कार्यक्रम का आयोजन करने वाली मुस्लिम महिला फाउंडेशन ने कहा की ये तो एक शुरुआत हैं। हर भारतीय बहनें इस त्यौहार पर अपने भाइयो के कलाई पर यहां की परम्परागत राखी बांधे। इससे भाई और बहन की रक्षा के साथ साथ देश की रक्षा और उसका विकास होगा। चाइनीज सामानों का बहिष्कार कर हमें ये सन्देश देना चाहिए की जो हमारे देश और प्रधानमंत्री के खिलाफ जायेगा हम उस देश की बने सामानो का उपयोग नहीं करेंगे
मुस्लिम महिला फाउंडेशन की ओर से वरुणानगरम कालोनी में मोदी राखी मेंकिग का कार्यक्रम रखा गया था। मुस्लिम महिलाओं ने चीनी सामानों का विरोध इसके माध्यम से किया। ये महिलाएं पीएम नरेन्द्र मोदी को राखी बना इस उम्मीद से भेज रहीं हैं कि वो राखी पहनकर देश को आगे बढ़ाते हुए एक भाई की तरह हम बहनों की रक्षा करेंगे। नाजनीन अंसारी ने बताया मुस्लिम बहनों ने सबसे पहले 29 जुलाई 2013 को रमजान महीने में नरेंद्र मोदी के लिए दुआ की थी और 16 अगस्त को राखी भेज कर बनारस से चुनाव लड़ने का आमंत्रण भी दिया था।
हम मुस्लिम बहनों ने नरेंद्र मोदी से ये मांग भी की है कि इस बार चीनी सामानों का बहिष्कार कर चीन को सबक सिखाये। चीन हमारे ही पैसों से अपनी सेना को मजबूत कर हमारे ही खिलाफ षडयंत्र रच रहा है और हमारी ही सीमा में दखल दे रहा है। महिलाएं जब आगे आएंगी तो चीन की अर्थ व्यवस्था को चोट पहुंचेगा विशाल भारत संस्थान के प्रमुख हिस्टोरियन राजीव श्रीवास्तव ने बताया 540 साल पहले 1580 में चित्तौड़ की महारानी ने हिन्दुस्तान के बादशाह हुमायूं को राखी भेज कर अपने राज्य को बचाने की मांग की थी। उसी तरह ये महिलाएं आज भारत के मान सम्मान को भी बचाने की मांग कर रही है।