VIDEO: बीवी काली थी तो शौहर ने दे दिया तीन तलाक, कहा- अब गोरी लड़की से करूंगा शादी
रामपुर। उत्तर प्रदेश के रामपुर में तीन तलाक का एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। जिला रामपुर की एक विवाहिता को उसके शौहर ने उसका रंग काला होने का ताना देते हुए एक बार में तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया। साथ ही उसकी दो महीने की बच्ची को भी छीन लिया। शौहर व उसके परिवार द्वारा रूपयों की मांग और आए दिन की जा रही थी। मारपीट और तलाक देने की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर ली लेकिन आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। अमरीन अपने पिता के साथ अफसरान के चक्कर काट रही है।
एक साल पहले इमरान से हुआ था अमरीन का निकाह
अफसोस की बात है कि तीन तलाक बिल पेश होने के बाद भी इसका उल्लंघन करने वालों में इसके प्रति तनिक भी खौफ नहीं है। लोग तीन तलाक देने में हिचक नहीं रहे हैं और पुलिस भी उन्हें पूरा संरक्षण प्रदान कर रही है। एक ऐसा ही मामला जिला रामपुर के थाना गंज क्षेत्र के ग्राम हजरतपुर का सामने आया है। यहां रहने वाली अमरीन का उसके पिता ने अपनी हैसियत के मुताबिक एक साल पहले निकाह इमरान नाम के युवक के साथ किया था। थाना गंज के खजान खां के रहने वाले और पेशे से वेल्डर इमरान व उसके परिवार ने शादी के चौथे दिन से ही अमरीन का जीना हराम कर दिया और उसको ताने देने और उसके साथ मारपीट करते थे।
काली होने की उलाहना देकर बोल दिया तीन तलाक
सब कुछ सहन करते हुए अमरीन अपने पिता की इज्जत को रख रही थी कि इमरान ने एक माह पहले शराफत की हदें तोड़ दीं और उसे मारपीट कर एक बार में तीन तलाक देकर घर से बाहर निकाल दिया और उसके दो महीने के कलेजे के टुकड़े को भी छीन लिया। इमरान का आरोप है कि वह काली है और वह किसी गोरी लड़की से शादी करेगा।
वापस बुलाने पर रखी है 20 हजार की शर्त
शादी के शुरूआत से ही कई बार सभ्रांत लोगों ने सुलहनामा करा दिया लेकिन इमरान की दहेज को लेकर लालच की मांग दिन ब दिन जोर ही पकड़ती गई। अब अमरीन को वापिस लेने के लिए पहले निकाह और 20 हजार रूपये की मांग कर रहा है। दो जून की रोटी मुश्किल से कमाने वाले परिवार से ताल्लुक रखनी वाली अमरीन अब अपने पिता के साथ जिला अफसरान व पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट रही है लेकिन उसकी बात सुनने वाला कोई नहीं। हालांकि पुलिस ने उसके मामले को दर्ज तो कर लिया है लेकिन आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और उसकी बच्ची को भी नहीं दे रहे। घर में चूल्हें पर खाना बना रही अमरीन ने बताया कि वह अपनी मासूम बच्ची को भी देखने से तरस रही है उसका कोई पुरसा हाल नहीं है।
नहीं नजर आ रही इंसाफ की किरण
ऐसे में उसे इंसाफ की लकीर कहीं नजर नहीं आ रही। जरूरत है समाज में इंसानी रूप में छिपे हुए ऐसे भेडियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने ताकि समाज में कानून को ताक पर रखने वालों को सबक और नजीर मिल सके अन्यथा एक बार में तीन तलाक देने की रिवायत चल निकलेगी और दोषियों पर कार्रवाई सिर्फ कागजों में ही रह जाएगी।