यहां पर ना पढ़ी गई नमाज-ना दी गई कुर्बानी, वजह वो नहीं जो आप सोच रहे हैं
बिजनौर। देश में जहां एक ओर मुस्लिम समुदाय बकरीद का पर्व मना रहा हैं वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के बिजनौर में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ये त्योहार मनाने से इनकार कर दिया है। मुस्लिम समुदाय ने इसकी वजह कुर्बानी पर रोक बताया है। इन लोगों ने इस मौके पर मस्जिद में ना जाकर और नमाज ना पढ़कर अपना विरोध प्रदर्शन किया है। इन लोगों ने पुलिस प्रशासन पर दूसरे पक्ष का सपोर्ट करने का आरोप लगाया है। वहीं इस बारे में पुलिस कहना है कि जिला प्रशासन ने सिर्फ किसी नई परंपरा को शुरू ना करने की अनुमति नहीं दी थी।
मामला उत्तर प्रदेश में बिजनौर के शिवालाकला थाना क्षेत्र का है जहां बकरीद के मौके पर आज बड़े जानवर की कुर्बानी पर लगी रोक को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपना विरोध जताया ये लोग प्रशासन द्वारा बड़े जानवर की कुर्बानी पर रोक को लेकर नाराज हैं। इनका आरोप है कि दूसरे पक्ष के लोगों के कहने पर पुलिस ने ये रोक लगाई है।स्थिति को तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी ने क्षेत्र में भारी फोर्स को तैनात कर दी है।
कुर्बानी को लेकर क्षेत्र में दो पक्षों में मामला उस वक्त गरमा गया जब मंगलवार देर शाम दोनों पक्ष के लोग थाने पहुंच गए। यहां पहुंचकर दोनों पक्षों के लोग थाने में हंगामा करने लगे। मौके पर पहुँचे अधिकारियों ने दोनों पक्षो के लोगो को समझाने की कोशिश की लेकिन कोई हल नहीं निकला। मुस्लिम पक्ष के लोगों का कहना है कि पिछले 50 सालों से बकरीद के मौके पर यहां का मुस्लिम बड़े और छोटे दोनों तरह के जानवरों की कुर्बानी देता आ रहा है। लेकिन इस बार दूसरे पक्ष की दीदगिरी के चलते वे ऐसा नहीं कर पा रहे हैं और इसमें पुलिस भी उनका ही साथ दे रही है।
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