नोएडा : 'जय श्री राम' नहीं बोलने पर मुस्लिम कैब ड्राइवर की हत्या लेकिन पुलिस ने कही कुछ और बात
नई दिल्ली। नोएडा में 45 वर्षीय एक मुस्लिम कैब ड्राइवर की कैब पर सवार दो लोगों ने हत्या कर दी और फरार हो गए, यह घटना बुलंदशहर से लौटते वक्त रविवार रात को बादलपुर थाना क्षेत्र के पास घटी, मृतक के बेटे का आरोप है कि उसके पिता की मॉब लिंचिंग की गई है, हालांकि पुलिस मॉब लिंचिंग के आरोप से इनकार कर रही है और इसे आपराधिक घटना बना रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कैब ड्राइवर आफताब आलम पर कैब पर सवार दो लोगों ने 'जय श्री राम' बोलने के लिए दबाव बनाया, जब उसने ऐसा नहीं किया तो उसको मौत के घाट उतार दिया, हालांकि नोएडा पुलिस इस दावे से इनकार कर रही है, उसने कहा कि मामले की जांच चल रही है, शुरुआती जांच में ऐसा लग रहा है कि आरोपियों ने शराब पी हुई थी और वो कैब चुराने के इरादे से कैब में बैठे थे।
बुलंदशहर पुलिस थाने में केस दर्ज
बुलंदशहर पुलिस थाने में हत्या की धारा 302 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है, पुलिस के अनुसार आफताब बुलंदशहर से दिल्ली की ओर जा रहा था,तभी दो लोगों ने उससे कैब ली थी, ड्राइवर को सिर में चोट के साथ पाया गया था, जबकि आरोपी फरार हो गए है, जिनकी तलाश जारी है।
कैब ड्राइवर के बेटे ने कहा-मुझे इंसाफ चाहिए
जहां पुलिस ये बात कह रही है वहीं दूसरी ओर मृतक आफताब के बेटे मोहम्मद साबिर का कहना है कि उसके पिता ने मौत से चंद मिनटों पहले उसे कॉल किया था, जो उसने रिकार्ड कर लिया था, इस फोन रिकार्डिंग में आरोपी, उसके पिता पर 'जय श्री राम' बोलने के लिए मजबूर कर रहे थे। साबिर ने पत्रकारों को बताया कि मेरे पापा एक पर्सनल क्लाइंट को लेकर गुड़गांव से बुलंदशहर गए थे, जब वह उन्हें ड्रॉप करके वापस आ रहे थे, तो दो-तीन लोग आगे तक छोड़ने की बात कहकर जबरदस्ती गाड़ी में बैठ गए।
'मैंने अपने पापा का फोन रिकॉर्ड किया था'
जब पापा को कुछ शक हुआ तो उन्होंने मुझे फोन किया और इसे चालू करके अपनी जेब में रख लिया। वे लोग दारू पीने की बात कर रहे थे और कह रहे थे कि तू मुस्लिम है, हमारे वहां भी दस-दस लोग मुस्लिम हैं, तू दारू नहीं पीयेगा। मैंने उनके फोन से आ रही आवाज की वाइस रिकॉर्डिंग कर ली, मुझे लगता है कि उन लोगों ने मेरे पिता को गला दबाकर मारा है, मुझे इंसाफ चाहिए।
पुलिस ने किया सांप्रदायिक एंगल से इनकार
जबकि इस बारे में एसीपी जोन 2 नोएडा राजीव कुमार ने किसी भी तरह के सांप्रदायिक एंगल से इनकार किया है, उन्होंने कहा कि हां एक ऑडियो क्लिक जरूर वायरल हो रही है लेकिन उस क्लिप में दो लोग किसी तीसरे इंसान से 'जय श्री राम' के बारे में बात कर रहे हैं, वो ड्राइवर से इस बारे में नहीं कह रहे हैं, दोनों लोग किसी तीसरे से बात तब कर रहे थे, जब उन्होंने कुछ खरीदने के लिए कैब को रोका था। इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं ,इसके साथ ही ये भी लग रहा है कि आरोपियों की पहले से ही क्रिमिनल हिस्ट्री है, फिलहाल हम मामले की जांच कर रहे हैं।