मुहर्रम का चांद दिखा, शिया समुदाय शोक में डूबा, हर तरफ मातम
मुहर्रम का चांद दिखा, शिया समुदाय में मातम, लोगों ने कर्बला के शहीदों को किया याद, प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम
मुरादाबाद। मुहर्रम का चांद दिखते हुए पूरा शिया समुदायर गम में डूब गया है। शिया समुदाय के पुरुष और स्त्री गमगीन हो गए हैं। एक तरफ जहां महिलाओं ने अपने गहने उतार दिए हैं और श्रंगार करना छोड़ दिया तो दूसरी तरफ पुरुषों ने भी कर्बला के शहीदों की याद में काले कपड़े पहनकर मातम मनाना शुरू कर दिया है। हजरत इमाम हुसैन और कर्बला के शहीदों की याद में जुलूस निकाला गया, लोगों ने मजलिस का आयोजन शुरु कर दिया और या हुसैन, हाय हुसैन की का सदाओं से पूरा माहौल गमगीन हो गया है।
जिस वक्त शिया समुदाय को मुहर्रम का जांच दिखने की जानकारी शिया मस्जिद की ओर से दी गई लोगों ने जुलूस निकालना शुरू कर दिया। मुरादाबाद स्थित शिया मस्जिद से मशकूर हमन नकवी ने इस बात की जानकारी दी, जिसके बाद यहां से अलम का जुलूस निकाला गया, जोकि हकीम फरचंद अली के इमामबाड़े पर जाकर खत्म हुई। इस मातम के दौरान अजादारों ने नौहाख्वानी और मातम किया तो महिलाओं न अपनी चूड़ियां उतार दीं। कर्बला के शहीदों में हर तरफ लोग गमगीन नजर आए।
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कर्बला के शहीदों की यादों में लोगों ने बिस्तर की बजाए जमीन पर सोना शुरू कर दिया, इस दौरान मजलिस के दौरान मौलाना तनवीर ने खिताब फरमाया और उन्होंने इस दौरान हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की कहानी को लोगों के साथ साझा किया। जिसे सुनने के बाद लोग रोने लगे। इसी दिन को सुन्नी मुसलमान नए साल के तौर पर भी मनाते हैं और एक दूसरे को इसकी मुबारकबाद भी देते हैं। वहीं मुहर्रम के दौरान मजलिसों और मातम को देखते हुए प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।