घर से 3 साल पहले भटकी लड़की इस तरह आई वापस, रुला देने वाली है पूरी कहानी
मुजफ्फनगर। तीन साल पहले बिहार के आरा से अगवा हुई बच्ची शनिवार को सीडब्ल्यूसी के अथक प्रयासों से अपने परिजनों से मिल पाई है। मां-बाप को देखकर बालिका फफक पड़ी। बेटी के मिलने की खुशी में परिजनों की आंखें भी खुशी में तर हो गई। सीडब्ल्यसी के अधिकारियों की मानें तो शामली में बालिका पर खूब जुल्म ढाए गए और जबरन घर का काम भी कराए गए। बताया कि उसके साथ यौन शोषण भी किया गया। किसी तरह बालिका उस घर से जान बचाकर एक बस में बैठ गई, जिसके बाद वह मुजफ्फरनगर पहुंची।
बिहार के आरा से लगभग 3 साल पहले मासूम बालिका संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी। परिजनों ने अपने बेटी को काफी तलाश लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला तो उन्होंने अपहरण की आशंका जताते हुए सम्बंधित थाने में गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। दो साल बीते के बाद परिजन भी थक-हारकर चुप बैठ गया। मगर अब उस परिवार में 3 साल बाद फिर बच्ची के रूप में एक बार फिर खुशी लौट आई है। बता दें की यह बच्ची उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से मिली है। बाल कल्याण समिति के अथक प्रयास से बालिका का उसके परिवार को सौंप दिया गया है।
बताई
आप
बीती
बालिका
ने
बाल
कल्याण
समिति
(सीडब्ल्यूसी)
को
अपनी
पूरी
आपबीती
बताई।
बालिका
ने
बताया
कि
उसे
जनपद
शामली
के
कैराना
स्थित
एक
गांव
में
हसीना
बेगम
नाम
की
एक
महिला
ने
अपने
घर
पर
बंधक
बना
रखा
था।
इस
दौरान
बालिका
के
ऊपर
खूब
जुल्म
ढाए
गए
और
जबरन
घर
का
काम
भी
कराए
गए।
इतना
ही
नहीं
बालिका
का
साथ
यौन
शोषण
भी
किया
गया।
किसी
तरह
बालिका
उस
घर
से
जान
बचाकर
एक
बस
में
बैठ
गई।
जिसके
बाद
वह
मुजफ्फरनगर
पहुंची,
जहां
से
बीते
20
अप्रैल
को
100
डायल
की
गाड़ी
ने
बच्ची
को
नई
मंडी
थाने
ले
आई
और
बाल
कल्याण
समिति
को
सौंप
दिया।
पुलिस
ने
आरोपियों
पर
नहीं
की
कोई
कार्रवाई:
सीडब्ल्यूसी
बाल
कल्याण
समिति
लगातार
कई
समाज
सेवी
संगठनों
के
माध्यम
से
इसके
परिवार
को
ढूंढती
रही
और
बच्ची
से
सब
जानकारी
इकट्ठा
की
गई।
बाल
कल्याण
समिति
ने
इस
मामले
में
पुलिस
से
भी
मदद
मांगी।
बालिका
द्वारा
बताई
गई
जगह
पर
छापेमारी
की
गई
और
आरोपी
हसीना
बेगम
को
पुलिस
ने
हिरासत
में
ले
लिया।
मगर
उसके
ऊपर
कोई
कार्रवाई
नहीं
की
गई।
बाल
कल्याण
समिति
के
पदाधिकारियों
की
बात
मानें
तो
उनका
कहना
था
कि
पुलिस
ने
घटना
को
अन्य
जनपद
में
होने
का
तर्क
देकर
कोई
कार्रवाई
नहीं
की
और
जिसके
बाद
गिरफ्तार
की
गई
आरोपी
महिला
को
छोड़
दिया
गया।