मिर्जापुर परिवहन विभाग की बिल्डिंग हुई भगवामय, ओवरलोड व अवैध परिचालन धड़ल्ले से जारी
मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार बनने के बाद से कई शहरों का नाम बदलने के साथ सरकारी भवनों का भगवाकरण करने काम जारी है। कई जिलों में सरकारी भवनों का भगवाकरण करने पर विवाद भी हुआ। अब मिर्जापुर जिले का सबसे महत्वपूर्ण कार्यालय परिवहन विभाग का भी भगवाकरण हो गया है। अधिकारियों से पूछने पर वे इससे इंकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह सिर्फ एक रंग है जो सबको पसंद आया तो आम सहमति बनने पर रंगाई की गई।
रंगाई
का
कार्य
तेजी
से
चल
रहा
है
बरौधा
कछार
में
स्थित
परिवहन
विभाग
कार्यालय
को
इन
दिनों
भगवा
रंग
में
रंगने
का
कार्य
तेजी
से
चल
रहा
है।
कार्यालय
के
दो
मुख्य
द्वारों
को
भगवा
रंग
में
रंगने
के
बाद
मुख्य
बिल्डिंग
के
तीस
प्रतिशत
भाग
को
भगवा
रंग
से
रंगा
जा
चुका
है।
बाकी
के
लिए
अभी
काम
चल
रहा
है।
मजदूर
एक-एक
कर
पूरे
बिल्डिंग
को
भगवा
रंग
में
सजाने
में
लगे
हुए
हैं।
अधिकारी
का
कहना
है
यही
रंग
सबको
पसंद
आया
परिवहन
विभाग
के
संभागीय
प्रवर्तन
अधिकारी
ओम
प्रकाश
सिंह
से
जब
कार्यालय
को
भगवा
रंग
से
रंगने
पर
सवाल
किया
गया
तो
उन्होंने
कहा
कि
यह
केवल
एक
रंग
है।
विभाग
में
साफ-सफाई
सौन्दर्यीकरण
और
रंग
रोगन
के
लिए
पैसा
आया
था।
रंगाई-पुताई
का
कार्य
करने
वाले
की
तरफ
से
पसंद
के
लिए
कई
रंग
दिखाए
गए।
जिनमें
से
यही
रंग
सभी
को
पसंद
आया
इसलिए
इसे
चुना
गया
है।
इसमे
भगवा
रंग
जैसी
कोई
बात
नहीं
है।
आखिर
यह
रंग
क्यों
पसंद
आया
इस
कार्यालय
में
हर
रोज
सैकड़ों
लोग
गाड़ी
से
संबंधित
कागजात
बनवाने
आते
हैं।
यहीं
पर
मंडलीय
परिवहन
अधिकारी
का
कार्यालय
भी
मौजूद
है।
अधिकारियों
के
यही
रंग
पसंद
आने
की
बात
को
सही
मान
लिया
जाय
तो
सवाल
उठता
है
कि,
आखिर
अधिकारियों
और
कर्मचारियों
को
भगवा
रंग
ही
क्यो
पसंद
आया।
अगर
भाजपा
सरकार
नहीं
होती
तब
भी
यही
रंग
इन्हें
इतना
पसंद
आता।
जिले
में
चल
रहे
ओवरलोड
और
अवैध
परिवहन
को
भले
ही
परिवहन
विभाग
लागम
न
लगा
पाया
हो
मगर
सूबे
के
सीएम
योगी
आदित्यनाथ
को
खुश
करने
का
जरिया
परिवहन
विभाग
के
अधिकारियों
ने
ढूंढ
निकाला
है।