शाहजहांपुर: रिंग रोड भूमि पूजन के दौरान योगी के मंत्री की हालत बिगड़ी
शाहजहांपुर। शाहजहांपुर में कैबिनेट मंत्री की भूमि पूजन के दौरान तबियत बिगड़ गई जिसके बाद उनको चौधरी डायग्नोस्टिक सेंटर में अल्ट्रासाउंड के लिए भर्ती कराया गया। मंत्री की हालत बिगड़ने की खबर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को लगते ही अधिकारी चौधरी डायग्नोस्टिक सेंटर पहुंच गए। थाना निगोही क्षेत्र में कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना शाहजहांपुर को रिंग रोड से जोड़ने के लिए भूमि पूजन करने पहुंचे थे। कैबिनेट मंत्री के पहुंचते ही उन्होंने भूमि पूजन करना शुरू किया कि अचानक उनकी तबियत बिगड़ने लगी। सीधे कैबिनेट मंत्री खिरनीबाग स्थित चौधरी डायग्नोस्टिक सेंटर पहुंचे जहां कैबिनेट मंत्री का अल्ट्रासाउंड किया गया।
हालत बिगड़ने की खबर जब जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को लगी तो अधिकारियों कि लाइन चौधरी डायग्नोस्टिक सेंटर के बाहर लग गई। सीएमओ भी पहुंचे और उन्होंने सुरेश कुमार खन्ना का हाल-चाल जाना। इस दौरान खबर लगते ही बीजेपी के तमाम कार्यकर्ता अस्पताल के बाहर पहुंच गए। सीएमओ आरपी रावत ने बताया कि कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना को खिरनी बाग़ स्थित चौधरी डायग्नोस्टिक सेंटर मे जाच के लिए भर्ती कराया गया जहां वायरल फीवर से पीड़ित सुरेश कुमार खन्ना का अल्ट्रासाउंड हुआ है। रिपोर्ट में प्रोस्टेट ग्लैंड बढ़ी हुई पाई गई है। बताया जा रहा है वह पहले से मलेरिया बुखार से पीड़ित हैं।
बीमार हालत में ही कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने शाहजहांपुर को रिंग रोड की सौगात दी है। शाहजहांपुर मे रिंग रोड बनाने का कैबिनेट मंत्री का एक सपना था। उस सपने को पूरा करने की शुरुआत आज से शुरू हो गयी। खराब स्वास्थ्य के बावजूद स्वयं जाकर भूमि पूजन करके कार्य की शुरुआत कर दी। करीब 35 किलोमीटर बनने वाले इस रिंग रोड से नगर शाहजहांपुर में व्याप्त जाम की समस्या का समाधान हो जाएगा।
इस प्रोजेक्ट के तहत अर्ध चंद्राकर रिंग रोड का जो डिजाइन तैयार किया गया है उससे बरेली, फर्रुखाबाद, खीरी, सीतापुर, गोला पूरनपुर, पीलीभीत जाने वाले वाहनों को शाहजहांपुर में बिना प्रवेश करे सीधा उस रोड तक पहुचने में सहायक सिद्ध होगा।
कैबिनेट मंत्री खन्ना के मुताबिक नगर में व्याप्त ट्रैफिक समस्या को दृष्टिगत रखते हुए नगर को एक अर्धचंद्राकार रिंग रोड का तोहफा दिया है। 34.45 किलोमीटर बनने वाले इस रोड में दो ओवर ब्रिज भी शामिल हैं। इस परियोजना में राष्ट्रीय राज मार्ग 24 से मिलकर गोला मार्ग संख्या 93 व मार्ग संख्या 23 व 29 को मिलाने का कार्य करेंगे। इसकी लागत 9 करोड़ 5 लाख 31 हज़ार बताई जा रही है।
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