VIDEO: बच्चों को आड़े हाथ लेने वाले पर...मंत्री साहिबा ने उठाया हाथ!
बच्चों ने कपड़े धोने, खाना बनाने, बाल सुधार गृह की सफाई कराने और पिटाई तक का आरोप लगाया। जिसके बाद नाम बताए जाने पर कर्मचारी हरी शंकर की पेशी हुई...
शाहजहांपुर। यूपी के शाहजहांपुर में केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णा राज ने बाल सुधार गृह में बेहद गोपनीय छापेमारी की। जैसे ही मंत्री गेट पर पहुंची तो करीब दस मिनट तक उन्हें गेट के बाहर खड़ा होना पड़ा जबकि अंदर कर्मचारी खड़े थे लेकिन दरवाजा नहीं खोल रहे थे। जब मंत्री ने खुद की पहचान बताई तब जाकर दरवाजे को खोला गया। उसके बाद जैसे शिकायतों की बाढ़ सी आ गई। बच्चों ने कपड़े धोने, खाना बनाने, बाल सुधार गृह की सफाई कराने और पिटाई तक का आरोप लगाया। इस दौरान मंत्री जी ने एक कर्मचारी पर हाथ तक उठा दिया। फिलहाल मंत्री कृष्णा राज का कहना है की बाल सुधार गृह में बच्चों को काफी खराब स्थिति में रखा जा रहा है इसकी जांच कराई जाएगी।
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देखिए VIDEO...
दरअसल शनिवार को केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णा राज ने बड़ी ही गोपनीय तरीके से बाल सुधार गृह पर छापेमारी की। जब मंत्री जी की गाड़ी बाल सुधार गृह के गेट पर पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। गाड़ी से उतरते ही जब मंत्री गेट पर पहुंची तो गेट के अंदर हाथ में ताले की चाबी लिए खड़े कर्मचारी गेट खोलने को राजी नहीं थे क्योंकि वो मंत्री जी पहचान ही नहीं रहे थे। जब मंत्री जी ने कहा कि मैं मंत्री कृष्णा राज हूं दरवाजा खोलो तब अंदर से आवाज आई की हमने पहचाना नहीं था। इसके बाद कृष्णा राज बाल सुधार गृह के अंदर पहुंची तो अंदर का नजारा देखकर उनका पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया।
बच्चों ने मंत्री जी को बताया की उनको खाना, कपड़ा, बर्तन सब खुद करना पड़ता है। वहीं काम न करने पर उनकी पिटाई भी की जाती है। ये सब सुनकर मंत्री जी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और आपा खोते हुए मंत्री जी ने एक फोर्थ क्लास कर्मचारी हरी शंकर सिंह पर लगभग हाथ उठा ही दिया था। मंत्री जी ने हाथ तो उठाया था लेकिन मारा नहीं। उसके बाद मंत्री कृष्णा राज ने बाल सुधार गृह के सुप्रीटेंडेंट राज लक्ष्मी को बुलाकर स्थिति के बारे में जानकारी ली।
सुपरिटेंडेंट राज लक्ष्मी ने बताया कि यहां पर 25 कर्मचारियों की तैनाती होना चाहिए। लेकिन सिर्फ पांच कर्मचारी ही यहां आते हैं। उसमें भी प्रोविजन अधिकारी दो कर्मचारियों को अपने घर बुला लेते हैं। जिसमें सिर्फ तीन कर्मचारी ही बाल सुधार गृह में बचते हैं। इस वक्त 45 बच्चे बाल सुधार गृह में मौजूद हैं जिनको सिर्फ तीन कर्मचारी ही देखते हैं। जिला प्रशासन को प्रोविजन अधिकारी की लिखित शिकायत कई बार की गई है लेकिन कोई कार्रवाी नहीं की जाती है।
बाल सुधार गृह के कर्मचारियों की एक और बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। यहां दो बच्चों के पास मोबाइल देखने को मिला जो कर्मचारियों से छुपा कर रखते हैं। बाल सुधार गृह में रहकर बच्चों के पास मोबाइल होना और कहीं भी बात कर लेना है ये एक गंभीर विषय है। आपको बता दें कुछ दिन पहले इसी बाल सुधार गृह में एक बच्चा फरार हो गया था। जिसका अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। वहीं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हरी शंकर सिंह का कहना है की उसने अगर कोई गलती की है तो उसकी सजा मिलनी चाहिए। वहीं मंत्री कृष्णा राज का कहना है यहां कुछ भी ठीक नहीं मिला है। यहां पहुंचने के बाद बच्चों ने बहुत शिकायते की हैं। अब इन शिकायतों पर जांच कराई जाएगी और कार्रवाई जरूर की जाएगी।
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