बड़ी टूट की ओर बसपा, भाजपा में जा सकते हैं मायावती के खास सिपहसालार
अगर रामवीर उपाध्याय भी भाजपा में शामिल होते हैं तो यह बसपा के लिए एक बड़ा झटका होगा। रामवीर उपाध्याय बसपा सरकार में मंत्री रह चुके हैं और पार्टी का एक मजबूत ब्राह्मण चेहरा माने जाते हैं।
लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद भी बसपा सुप्रीमो मायावती की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। चुनावों में महज 19 सीटों पर सिमटने के बाद बहुजन समाज पार्टी अब बड़ी टूट की ओर जाती हुआ नजर आ रही है।
भाजपा के संपर्क में रामवीर उपाध्याय
सूत्रों के हवाले से खबर है कि बसपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय भाजपा का दामन थाम सकते हैं। रामवीर उपाध्याय ने शुक्रवार को लखनऊ के वीवीआईपी गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से मुलाकात की। सूत्रों की मानें तो रामवीर उपाध्याय बसपा के करीब आधा दर्जन विधायकों के साथ भाजपा में शामिल होने की कोशिश में हैं। दलबदल कानून के तहत रामवीर उपाध्याय को भाजपा में शामिल होने के लिए 6 विधायकों का साथ चाहिए। उनकी इस कोशिश में विधानसभा चुनाव से पहले बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक भी मदद कर रहे हैं। ये भी पढ़ें- हार के अब कार्यकर्ताओं ने भी छोड़ा मायावती का साथ, BSP से 112 नेताओं का सामूहिक इस्तीफा
बसपा का मजबूत ब्राह्मण चेहरा माने जाते हैं रामवीर
वहीं, यूपी चुनावों में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद भाजपा की नजरें अब राज्यसभा में अपनी स्थिति मजबूत करने पर हैं। इसके लिए भाजपा की कोशिश यूपी से बसपा का पूरी तरह सफाया करना है। यूपी चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। चुनाव जीतने के बाद भाजपा ने दोनों नेताओं को मंत्री बनाया है। ऐसे में अगर रामवीर उपाध्याय भी भाजपा में शामिल होते हैं तो यह बसपा के लिए एक बड़ा झटका होगा। रामवीर उपाध्याय बसपा सरकार में मंत्री रह चुके हैं और पार्टी का एक मजबूत ब्राह्मण चेहरा माने जाते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को भेजा नोटिस
आपको बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए यूपी विधानसभा चुनावों में बसपा को महज 19 सीटें मिलीं थी। चुनाव परिणामों से असंतुष्ट बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ते हुए चुनाव आयोग से दोबारा बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की थी। इस मामले में मायावती ने अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। ईवीएम में गड़बड़ी की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
सीएम योगी से मिलीं अपर्णा यादव
इससे पहले शुक्रवार को ही सुबह समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव अपने पति प्रतीक यादव के साथ यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से मिलने वीवीआईपी गेस्ट हाउस पहुंची। इस मुलाकात को लेकर सियासी गलियारों में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। आपको बता दें कि मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव विधानसभा चुनाव में लखनऊ कैंट सीट से चुनाव लड़ी थीं। हालांकि वो भाजपा की उम्मीदवार रीता बहुगुणा जोशी से चुनाव हार गईं थी।