निकाय चुनाव से पहले मायावती ने अपने खास सिपहसालार को यूपी से हटाया
मायावती ने बसपा के दिग्गज नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी को किया किनारे, उत्तर प्रदेश से बाहर कर उन्हें भेजा मध्य प्रदेश
लखनऊ। लगातार तीन बड़ी हार के बाद आखिरकार बसपा सुप्रीमो मायावती ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बसपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी को उनसे सभी पद छीन लिए हैं। नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर बड़ी कार्रवाई करते हुए मायावती ने ना सिर्फ उनसे सभी पद छीने हैं बल्कि उन्हें उत्तर प्रदेश से ही बाहर कर दिया। सिद्दीकी को अब मध्य प्रदेश का प्रभारी बनाकर भेजा गया है।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी के कद को छोटा करते हुए मायावती ने उन्हें कई कमेटियों से बाहर कर दिया है, उनकी जगह मुकनकाद को मेन बॉडी कोऑर्डिनेटर बनाया गया है। सिद्दीकी अब उत्तर प्रदेश की बजाए मध्य प्रदेश में बसपा को मजबूत करने का काम करेंगे। आपको बता दें कि मायावती ने इससे पहले यूपी और उत्तराखंड के नेताओं के संग बैठक की थी जिसमें उन्होंने यह फैसला लिया था कि अब शहरी निकाय के चुनाव पार्टी के चुनाव चिन्ह पर लड़े जाएंगे।
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आपको बता दें कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी को बसपा के मुस्लिम चेहरे के तौर पर जाना जाता है और वह विधानपरिषद में पार्टी के नेता भी रह चुके हैं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सिद्दीकी को बड़ा नेता माना जाता है। इसके अलावा मायावती ने संगठन स्तर पर बड़ा बदलाव किया है, उन्होंने जिला संगठन के अलावा मंडल व जोनल स्तर के कोऑर्डिनेटर औऱ विभिन्न स्तर पर भाईचारा कमेटियों को भंग कर दिया है। इन तमाम संगठनों को नए सिरे से खड़ा करने के लिए मायावती अपनी तैयारी कर रही हैं।
गौरतलब है कि यूपी चुनाव में करारी हार के बाद मायावती ने बड़े बदलाव के संकेत देते हुए पहले अपने भाई आनंद कुमार को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था तो अब उन्होंने नसीमुद्दीन सिद्दीकी को पार्टी से किनारे लगा दिया है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि मायावती ने साफ कहा है कि उनके भाई कभी भी सांसद, विधायक या मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे।