यूपी में मायावती के वापसी की आहट! अंबेडकर स्मारकों को चमकाने में जुटे अफसर
पांंच चरण तक मतदान होने के बाद अचानक मरम्मत होनी शुरू हो गयी है। करीब 50 फीसदी गेटों की मरम्मत कर उन्हें दुरुस्त किया जा चुका है। बाकी पर काम चल रहा है।
लखनऊ। नेता, पार्टी कार्यकर्ता, राजनीतिक विश्लेषक, पत्रकार और आप, सभी लोग जानना चाहते हैं कि यूपी विधानसभा चुनाव का ऊंट किस करवट बैठेगा। इसके अलावा एक और वर्ग है जो चुनाव परिणाम को लेकर खासा उत्सुक है और वो है यूपी सरकार का अफसर वर्ग। उत्तर प्रदेश सरकार के अफसर कयास पर कयास लगा रहे हैं और उनके कयास बहन जी के आने की आहट दे रही है। जी हां लखनऊ में मायावती के बनाए जिन स्मारकों की सुध लेने वाला अखिलेश राज मे कोई नहीं था, अचानक ही उन पार्कों और स्मारकों के दिन लौटने लगे हैं। करोड़ों रुपए खर्च कर फिर से पार्कों को चमकाया जा रहा है।
आपको बता दें कि लखनऊ के गोमतीनगर स्थित अंबेडकर पार्क में करीब 200 गेट लगाए गए थे। इनमें से कई गेट टूटे पड़े थे। अबतक इनकी मरम्मत करने वाला कोई नहीं था लेकिन पांंच चरण तक मतदान होने के बाद अचानक मरम्मत होनी शुरू हो गयी है। करीब 50 फीसदी गेटों की मरम्मत कर उन्हें दुरुस्त किया जा चुका है। बाकी पर काम चल रहा है। स्मारक के फर्श चमकाए जा रहे हैं और पेड़-पौधों की कटिंग शुरु हो गई हैं।
हालांकि मायावती की सरकार आती है कि नही इस सवाल का जवाब तो 11 मार्च को मिलेगा, लेकिन अधिकारियों का स्मारकों के लिए अचानक उमड़ा दर्द ये जरूर बताता है कि अधिकारी कोई चांस नहीं लेना चाहते। यही कारण है की चार साल से बेसुध पड़े स्मारकों का खयाल उन्हें अचानक से आ गया।
पानी के लिए एक करोड़ की प्लम्बरिंग का सामान आ चुका। गेट और प्लंबरिंग का काम स्मारक समिति की ओर से किया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि इन सभी कामों को 11 मार्च से पहले पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। आला अधिकारी जल्दी काम पूरा करने का दबाव बनाए हुए हैं। उन्होंने चुनाव नतीजे आने से पहले स्मारकों को दुरुस्त करने का आदेश दिए गए हैं।