मायावती व अखिलेश यादव ने बीजेपी पर कसा तंज, कहा- विकास के दावे हवाहवाई व जुमलेबाजी
लखनऊ, 23 सितंबर: 2022 में उत्तर प्रदेश के अंदर विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसमें अब छह महीने से भी कम का समय बचा है। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। तो वहीं, चुनाव से पहले बीएसपी अध्यक्ष मायावती व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार पर तीखा हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा के कारण लोकतंत्र कमजोर हुआ है।
विकास
के
दावे
हवाहवाई
व
जुमलेबाजी:
मायावती
बीएसपी
अध्यक्ष
व
यूपी
की
पूर्व
सीएम
मायावती
ने
धार्मिक
भावनाओं
से
खिलवाड़
करने
और
विकास
को
लेकर
बीजेपी
सरकार
पर
हमला
बोला
है।
मायावती
ने
23
सितंबर
को
ट्वीट
करते
हुए
कहा,
'यूपी
के
लोगों
की
प्रति
व्यक्ति
आय
सही
से
नहीं
बढ़ने
अर्थात
यहां
के
करोड़ों
लोगों
के
गरीब
व
पिछड़े
बने
रहने
सम्बंधी
रिजर्व
बैंक
के
ताजा
आंकड़े
इस
आमधारणा
को
प्रमाणित
करते
हैं
कि
भाजपा
के
विकास
के
दावे
हवाहवाई
व
जुमलेबाजी
हैं।
यहां
इनकी
'डबल
इंजन'
की
सरकार
में
भी
ऐसा
क्यों?।'
वो
यही
नहीं
रूकी,
उन्होंने
कहा,
यूपी
चुनाव
से
पहले
यहां
भाजपा
के
विकास
के
दावों
के
खोखले
होने
का
पर्दाफाश
होने
से
अब
यह
पार्टी
धार्मिक
भावनाओं
से
खिलवाड़
व
हिन्दू-मुस्लिम
विवाद
आदि
के
पुराने
संकीर्ण
मुद्दे
पर
वापस
आ
गई
है,
लेकिन
लोग
फिर
से
इनके
छलावे
में
आने
वाले
नहीं
हैं,
जो
उनके
मूड
से
भी
स्पष्ट
है।
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भाजपा
के
कारण
कमजोर
हुआ
लोकतंत्र:
अखिलेश
यादव
वहीं,
सपा
अध्यक्ष
व
यूपी
के
पूर्व
सीएम
अखिलेश
यादव
ने
कहा
कि
भाजपा
के
कारण
लोकतंत्र
कमजोर
हुआ
है।
सांविधानिक
संस्थाओं
पर
हमला
हो
रहा
है।
भाजपा
लोकतांत्रिक
प्रणाली
के
विरूद्ध
साजिश
रच
रही
है।
भाजपा
का
हमला
2022
के
चुनाव
में
बूथ
पर
होगा
इससे
सतर्क
रहना
होगा।
भाजपा
को
इस
पर
भी
कोई
लाज
नहीं
आती
कि
उनकी
सरकार
ने
2017
का
अपना
संकल्प
पत्र
का
एक
भी
पन्ना
नहीं
पढ़ा।
भाजपा
की
वादाखिलाफी
करने
की
प्रवृत्ति
भी
भ्रष्टाचार
ही
है।
भाजपा
द्वारा
बिना
कोई
जनहित
कार्य
किये
सरकारी
संसाधनों
का
दुरूपयोग
करना
जनता
के
साथ
धोखा
है।
भाजपा
राज
में
परेशान
है
समाज
का
प्रत्येक
वर्ग:
अखिलेश
अखिलेश
यादव
ने
कहा,
गन्ने
का
बकाया,
बिजली
बिल
बढ़ोत्तरी,
बुनकरों
की
समस्या,
बेरोजगारी
की
समस्या,
महिला
उत्पीड़न,
अपराध
के
आंकड़ों
में
आज
उत्तर
प्रदेश
अन्य
राज्यों
से
आगे
है।
समाज
का
प्रत्येक
वर्ग
परेशान
और
दुखी
है।
सरकारी
लूट
से
जनता
त्राहि-त्राहि
कर
रही
है।
बीजेपी
सिर्फ
झूठ
फैलाकर
दूसरे
के
कार्यों
को
अपना
बताने
में
लगी
है।
नोटबंदी
और
जीएसटी
ने
अर्थव्यवस्था
को
कमजोर
कर
दिया
है।
5
ट्रिलियन
का
सपना
दिखाने
वाली
सरकार
सिर्फ
भ्रामक
विज्ञापनों
से
जनता
को
गुमराह
करने
का
षड्यंत्र
कर
रही
है।