VIDEO: रिश्वत लेते पकड़ा गया क्लर्क, पूछने पर बोला- डीएम साहब का आदेश है
मऊ। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही भ्रष्टाचार समाप्त करने के लाख दावे कर लें लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। जी हाँ आज हम आपको ऐसा वीडियो दिखाएंगे जहां जिलाधिकारी कार्यालय में तैनात बाबू खुलेआम घूस ले रहा है। यही नहीं जब हमने बाबू से बात की तो चौंकाने वाला खुलासा सामने आया। डीएम ऑफिस में तैनात इस बाबू का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें बाबू हैसियत प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर धन उगाही कर रहा है। हैरानी की बात ये रही कि जब इस बाबू से पूछा गया कि वो इन उगाही के पैसों का क्या करेगा तो उसने बताया कि इस पैसे में डीएम साबह की बड़ी हिस्सेदारी होती है।
डीएम
ऑफिस
में
बैठता
है
बाबू
मामला
मऊ
जिले
के
जिलाधिकारी
कार्यालय
का
है
जहां
फैजुल
रहमान
नाम
का
बाबू
तैनात
है
और
इस
बाबू
का
काम
हैसियत
प्रमाण
पत्र
बनाना
है।
बाबू
इसकी
एवज
में
लोगों
से
धन
उगाही
भी
करता
है।
इसी
क्लर्क
का
एक
वीडियो
तेजी
वायरल
हो
रहा
है
जिसमे
वह
हैसियत
प्रमाण
पत्र
बनाने
के
नाम
पर
धन
उगाही
कर
रहा
है।
जब
इस
मामले
में
जब
लिपिक
फैजुल
रहमान
से
बात
किया
तो
कहा
की
हां
पैसे
लिए
है
और
उसके
बाद
चौंकाने
वाला
खुलासा
करते
हुए
बताया
की
डीएम
साहब
के
कहने
पर
हम
लोगों
से
पैसे
लेते
हैं।
बतौर
लिपिक
डीएम
साहब
ने
कहा
है
कि
जो
व्यक्ति
खुशी
से
पैसे
दे
उसी
से
लेना
और
जो
न
दे
उससे
मत
लेना।
ये
सभी
पैसा
डीएम
साहब
के
खाते
में
जाता
है।
सभी
अधिकारी
खुश
रहते
है
मुझसे-
बाबू
यही
नहीं
अपनी
तारीफ
करते
हुए
बाबू
फैजुल
रहमान
ने
कैमरे
में
कहा
कि
हमारी
मेहनत
देख
सभी
अधिकारी
खुश
रहते
है,
जैसे
-
जिलाधिकारी
,
अपर
जिलाधिकारी
व
उप
जिलाधिकारी
सहित
तमाम
अधिकारी
खुश
रहते
हैं।
जो
व्यक्ति
अपने
ख़ुशी
से
पैसे
देता
है
तो
उसे
ले
लेते
है
और
जो
नहीं
देता
है
उससे
कुछ
नहीं
कहते
हैं।
वहीं
अन्य
बाबू
रितेश
श्रीवास्तव
ने
बताया
की
जो
वीडियो
वायरल
हुआ
है
वो
सत्य
है
और
ये
बाबू
हैसियत
प्रमाण
पत्र
बनाने
के
लिए
काफी
पैसे
लेता
है।
डीएम
ने
बाबू
पर
विभागीय
जाँच
के
दिए
आदेश
इस
वीडियो
के
वायरल
होने
के
बाद
जिलाधिकारी
प्रकाश
बिंदु
ने
फैजुल
रहमान
लिपिक
को
निलम्बित
कर
दिया
और
विभागीय
जाँच
शुरू
कर
दिया
है।
वही
जिलाधिकारी
ने
बताया
की
इस
वीडियो
वायरल
हुआ
है
जिसमे
लिपिक
पैसा
ले
रहा
है।
वो
पैसा
रायफल
क्लब
के
नाम
पर
पहले
लिया
जा
रहा
था
लेकिन
मैंने
जब
जिले
का
चार्ज
लिया
तो
मना
कर
दिया
था
की
पैसे
नही
लेना
है।लेकिन
वो
धन
उगाई
करता
रहा
जो
अच्छी
बात
नही
है।
इसलिए
उसके
खिलाफ
क़ानूनी
कार्यवाई
भी
की
जाएगी
|
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