यूपी के प्रतापगढ़ में लालच देकर कराया जा रहा धर्म परिवर्तन, दर्जन भर परिवारों ने बदला अपना धर्म
प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश का प्रतापगढ़ जिला वैसे तो राजनीति को लेकर अक्सर चर्चा में रहता है। लेकिन फिलहाल यहां धर्मांतरण का खेल चल रहा है इसलिए यह जिला एक बार फिर अलग कारणों की वजह से चर्चा में बना हुआ है। यहां झाड़-फूंक और अन्धविश्वास के सहारे लोगों का धर्मांतरण कराया जा रहा है। सांगीपुर इलाके में दर्जन भर से अधिक हिन्दू परिवारों ने ईसाई धर्म की पूजा पद्धति को अपनाया। हर रविवार को ये लोग यीशु की प्रार्थना सभा में शामिल होते हैं तथा इन्होंने अपने घरों में प्रभु यीशु के पोस्टर लगाए हैं। भूत-प्रेत बाधा और बीमारियों से निजात दिलाने का दावा कर लोगों को ईसाई धर्म में शामिल किया जा रहा है।
प्रतापगढ़ में ईसाई मिशनरी सक्रिय हैं। सांगीपुर इलाके के नौबस्ता गांव में अन्धविश्वास, झाड़-फूंक और इलाज के नाम पर धर्म परिवर्तन का बड़ा खेल खेला जा रहा है। उनके इस कार्य में स्थानीय स्तर पर सक्रिय जति विशेष के छुटभैये मठाधीश भी शामिल हैं। हालत यह है कि हिन्दू धर्म के दर्जन भर से अधिक परिवार के लोगों ने ईसाई पूजा पद्धति को अपना लिया है। घरों में प्रभु यीशु की फोटो लगाकर और क्रॉस पहनकर ईसाई धर्म की उपासना पद्धति को अपना लिया है। रविवार और गुरूवार को इलाके के जेठवारा इलाके के पांडेय का पुरवा गांव में प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए सांगीपुर इलाके के नौबस्ता गांव समेत दर्जनों गांवों के सैकड़ो लोग इस प्रार्थना सभा में शामिल हुए।
गांव में पादरी राजेश सिंह झाड़ फूंक कर इलाज करता है। वह प्रार्थना सभा आयोजित करता है और फिर प्रलोभन और अन्धविश्वस के सहारे लोगों को ईसाई धर्म ग्रहण करने के लिए प्रेरित करता है। उसके इस काम में नौबस्ता गांव का राम कैलाश वर्मा शामिल है। राम कैलाश वर्मा स्थानीय लोगों को प्रार्थना सभा में शामिल कराने के लिए ले जाता है। सूत्र बताते हैं कि राम कैलाश जैसे लोगों के लिए ईसाई मिशनरियां लाखों रूपए खर्च करती हैं। जो स्थानीय स्तर पर ग्रामीणों में ईसाई धर्म और पूजा पद्धति का प्रचार करते हैं।
ईसाई मिशनरियो की इस गतिविधियों से स्थानीय लोगो में भी आक्रोश है। उनका कहना है कि मंदिर पर लोगों ने आना बन्द कर दिया है। प्रभु यीशु का दरबार लगाकर लोगों को धर्म के प्रति प्रेरित किया जाता है। अन्धविश्वास और पैसे का प्रलोभन के साथ झाड़-फूंक का सहारा लेकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा। नौबस्ता गांव के ही राधे श्याम वर्मा और राम कैलाश वर्मा समेत कई लोगों ने ईसाई धर्म ग्रहण कर लिया है। जबकि दर्जन भर से अधिक मौर्या और वर्मा बिरादरी के परिवारों ने ईसाई उपसना पद्धति को ग्रहण किया है। वे प्रार्थना सभा में शामिल होते हैं। गांव में मीटिंग कर ईसाई होने के फायदे बताने वाले मिशनरियो और पादरी की मीटिंग कराते हैं। गांव में इस मामले को लेकर कई बार पंचायत हुई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
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