यूपी में बेरोजगारी: 5वीं पास वाली नौकरी के लिए आए एमटेक पास युवकों के आवेदन
लखनऊ। यूपी में बेरोजगारी का आलम क्या है ये इस बात से समझा जा सकता है कि यहां पांचवी पास योग्यता वाली नौकरी के लिए एमटेक और एमएससी पास कर चुके युवाओं ने आवेदन किया है। यूपी में ये ऐसा कोई पहला मामला नहीं है। यहां पहले भी चतुर्थ श्रेणी की भर्तियों में बीटेक, एमटेक और पीएचडी धारक के आवेदन करने की खबरें आती रही हैं।
हर साल करोड़ों नौकरियां देने का वादा करने वाली मोदी सरकार युवाओं को नौकरी देने में फेल हो गई है। बेरोजगारी का आलम ये है कि चतुर्थ श्रेणी की नौकरी के लिए ग्रेजुएट, एमबीए और एमटेक वाले लाइन लगाकर फॉर्म जमा कर रहे हैं। पुलिस विभाग के रेडियो मुख्यालय में संदेशवाहक के 62 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला गया था जिसमें न्यूनतम योग्यता 5वीं पास मांगा गया था। लेकिन आवेदन करने वालों में 90 फीसदी ग्रेजुएट, एमटेक और एमबीएम पास हैं।
सिर्फ
62
नौकरियों
के
थे
मौके
गौरतलब
है
कि
बीते
23
जुलाई
को
रेडियो
मुख्यालय
में
संदेशवाहक
के
लिए
62
पदों
पर
भर्ती
के
लिए
आवेदन
मांगे
गए
थे।
पद
के
लिए
शैक्षिक
योग्यता
पांचवी
पास
और
साइकिल
चलाने
की
शर्त
रखी
गई
थी।
लेकिन
भर्ती
विभाग
को
जो
आवेदन
मिले
हैं
वो
चौकांने
वाले
हैं।
करीब
90
प्रतिशत
फॉर्म
ऐसे
आए
हैं
जो
ग्रेजुएट
से
लेकर
एमबीए
और
एमटेक
पास
हैं।
पारदर्शी
तरीके
से
परीक्षा
कराना
चुनौती
डीजी
टेलीकॉम
ने
इसपर
खुशी
जताते
हुए
कहा
कि
ये
अच्छा
है
कि
संदेशवाहक
के
पद
के
लिए
उच्च
शैक्षिक
योग्यता
वालों
ने
आवेदन
किया
है।
लेकिन
इतनी
ज्यादा
तादाद
में
आवेदन
आने
से
परीक्षा
कराने
को
लेकर
मुश्किलें
बढ़
गई
हैं।
इसके
साथ
ही
परीक्षा
में
होने
वाला
खर्च
भी
बड़
जाएगा।
साथ
ही
पारदर्शी
तरीके
से
परीक्षा
को
संपन्न
कराने
की
भी
चुनौती
होगी।
93
हजार
से
भी
ज्यादा
आए
आवेदन
डीजी
टेलीकॉम
के
मुताबिक,
93
हजार
से
भी
ज्यादा
आवेदन
आने
से
परीक्षा
का
खर्च
करीब
3
करोड़
आएगा।
ऐसे
में
इसके
लिए
शासन
को
पत्र
लिखकर
जानकारी
दे
दी
गई
है।
अगर
शासन
पैसे
देने
से
मना
करता
है
तो
अभ्यर्थियों
से
पैसे
लेने
पर
विचार
किया
जाएगा।