इस बार ब्लास्ट नहीं बल्कि किसी और वजह से चर्चा में है एनटीपीसी ऊंचाहार
रायबरेली। पिछले साल बॉयलर ब्लास्ट की वजह से खबरों की सुर्खियां बना रायबरेली का एनटीपीसी एक बार फिर अपने कारनामों की वजह से चर्चा में है। इस बार एनटीपीसी अपनी गंदगी की वजह से फजीहत का सामना कर रहा है। जहां सरकार एक ओर स्वच्छ भारत अभियान के तहत लाखों रुपये पानी की तरह बरसा रही है सरकार की दिग्गज कंपनी एनटीपीसी का सफाई को लेकर इतना ढुलमुल रवैया हैरान करने वाला है।
रायबरेली के ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र में स्थित एनटीपीसी का हाल बुरा है। इसके गेट नंबर 2 पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है। लेकिन कंपनी का कोई भी अधिकारी इसकी सुध नहीं ले रहा है जबकि कई बड़े अधिकारी रोज इसी गेट से आवाजाही करते हैं। एनटीपीसी ऊंचाहार के सामने लगा गंदगी का ये अंबार सरकार के स्वच्छता अभियान को पलीता लगाने का काम कर रहा है। गंदगी का आलम ये है कि ये कूड़ाघर जानवरों और सुअरों का अड्डा बनता जा रहा है। सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र में स्थित इतनी बड़ी सरकारी कंपनी की ये दुर्दशा हैरान करने वाली है।
इस बाबत जब एनटीपीसी के यूनियन अध्यक्ष जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने जल्द ही एनटीपीसी प्रशासन से बातचीत कर कूड़ा हटवाने की बात कही है। हालांकि बातचीत के दौरान उन्होंने ये भी दलील दी कि कूड़ा एनटीपीसी परिक्षेत्र के बाहर है और ये कंपनी की सीमा क्षेत्र के अंतर्गत नहीं आता।
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