काशी पहुंचा विश्व का पहला चलता-फिरता अस्पताल, मुफ्त में होगा इलाज
वाराणसी। पैलेस ऑन व्हील्स, दुनिया की सबसे महंगी और लक्जरी ट्रेन हो, लेकिन एक ट्रेन ऐसी है, जिसका इंतजार देश के हर नागरिक को रहता है। यह ट्रेन है, लाइफ लाइन एक्सप्रेस (जीवनरेखा एक्सप्रेस), यानि चलता-फिरता अस्पताल। यह दुनिया की ऐसी पहली ट्रेन है, जिसमें अस्पताल है और कई असाध्य रोगों की सर्जरी भी ट्रेन में की जाती है। यह ट्रेन मरीज का इलाज करने के लिए शनिवार शाम को काशी पहुंच गई है। काशीवासी 19 अगस्त से 8 सितंबर तक इन स्वास्थ सेवाओं का लाभ ले सकेंगे।
काशी में रुकेगी 21 दिनों तक
लाइफ लाइन (जीवन रेखा) एक्सप्रेस देश के कोन-कोने में जाकर लाखों लोगों को मेडिकल सेवा दे रही है। भारतीय रेलवे और इंपैक्ट फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में संचालित इस सेवा को 27 साल होने जा रहे हैं। लाइफ लाइन एक्सप्रेस अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस चलता फिरता अस्पताल है। 7 कोच के इस अस्पताल में पैथलॉजी से लेकर ऑपरेशन थियेटर और डेन्टर चेंबर के साथ ही महिलाओं के चेस्ट कैंसर तक के इलाज की सुविधाएं उपलब्ध है। अब तक 194 प्रोजेक्ट को पूरा करते हुए अब ये काशी पहुंच गई है। जहां 21 दिनों तक ये आम जनमानस का मुफ्त में इलाज से लेकर ऑपरेशन तक करेगी। बस यहां आने वालों को अपने साथ आधार कार्ड और एक आईडी प्रूफ लाना होगा।
1991 में शुरू हुई थी ट्रेन
इंपैक्ट इंडिया की मुख्य ट्रस्टी प्रोफेसर रोहिणी वी.चौगल ने बताया कि 1991 से शुरू हुई ट्रेन के जरिए देश के 20 से अधिक प्रदेशों के 130 से ज्यादा शहरों में जाकर तकरीबन 10 लाख लोगों को उपचार दिया जा चुका है। हमारा ड्रीम स्वस्थ भारत का है और इसी कारण अलग-अलग शहरों से होते हुए हम अब बनारस पहुंचे है, जिसके बाद ये बिहार जाएगा। इस ट्रेन में कुल 7 कोच है जिसमे ऑफिस के अलावा दो ऑपरेशन थियेटर और पांच आपरेशन टेबल है।
इन बीमारियों का फ्री में होगा इलाज
बताया कि यहां आंख की बीमारी के इलाज, मोतियाबिंद का ऑपरेशन, कान का इलाज, कान का ऑपरेशन, कटे फ़टे होंठ जलने के पुराने निशान, मिर्गी के पेशेंट, मुँह के कैंसर, दांतो से जुड़ी हुई समस्या, स्त्री रोग के विशेषज्ञ, मोमोग्राफ़ी मशीन, एक्स-रे और पैथलॉजी सेंटर बना हुआ है। यहां हम लोगों का इलाज 21 दिनों तक करेंगे। बताया कि हम जहां जाते है वहां लोकल डॉक्टरों की टीम से मदद लेते है। ताकि आपरेशन के बाद पेशेंट पूरी तरह से स्वस्थ हो सके यहीं नहीं मोतियाबिंद का ऑपरेशन के लिए लगाए जाने वाले लेंस और कान की मशीनें भी हम लोगों को मुफ्त देंगे। साथ ही 45 के पार कर रही महिलाओं को बेस्ट कैंसर के बारे में मेमोग्राफी मशीन से दो नर्से महिलाओं के बीच एवर्न्स देते है। साथ ही यदि कोई स्तन कैंसर से पीड़ित हो तो उसे डिटेक्ट करने कक सुविधा भी उपलब्ध है।