लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट अब दे सकेंगे घर बैठे, नहीं लगाने होंगे RTO के चक्कर
गाजियाबाद, 07 जनवरी: ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों के लिए उत्तर प्रदेश के अंदर एक अच्छी खबर सामने आई है। इस खबर के मुताबिक, अब आवेदक को लर्निंग लाइसेंस बनवाने के लिए आरटीओ ऑफिस के ना तो चक्कर काटने पड़ेंगे और ना ही धक्के खाने पड़ेंगे। जी हां..आवेदक अब घर बैठे ही लर्निंग लाइसेंस के लिए टेस्ट दे सकेंगे। गाजियाबाद समेत कई जिलों में यह सुविधा शुरू हो गई है। जल्द ही प्रदेश के अन्य जिलों में भी यह सुविधा शरू हो जाएंगी।

हालांकि, जिन आवेदकों के लर्निंग लाइसेंस बनवाने के लिए पहले से स्लॉट बुक हैं, उन्हें कार्यालय ही पहुंचना पड़ेगा। इस संबंध में परिवहन आयुक्त ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। तो वहीं आपको बता दें कि फीस जमा करने की प्रक्रिया पहले से ही ऑनलाइन है, जिससे लोगों को ऑनलाइन ही ड्राइविंग लाइसेंस के लिए फीस देने में आसानी होती है।
आदवेदक
को
दिखेंगे
दो
ऑप्शन
आवेदक
अगर
फेसलेस
व्यवस्था
के
तहत
घर
बैठे
लर्निंग
लाइसेंस
बनवाना
चाहता
है,
तो
उसे
ऑनलाइन
के
दौरान
दो
ऑप्शन
दिखेंगे।
एक
ऑप्शन
फेसलेस
होगा
और
दूसरा
कार्यालय
जाने
का
होगा।
आवेदक
को
घर
बैठे
टेस्ट
देने
के
लिए
फेसलेस
ऑप्शन
पर
क्लिक
करना
होगा,
जिसके
लिए
आपके
पास
आधार
कार्ड
होना
चाहिए।
टेस्ट
में
आधार
से
प्रमाणित
होने
पर
आपको
अपने
डेट
ऑफ
बर्थ
(DOB)
और
सिग्नेचर
अपलोड
करना
होगा।
वेब कैमरे से होगी आवेदक के चेहरे की पहचान
ऑनलाइन प्रोसेस के लिए एआरटीओ कार्यालय पर फेसलेस काउंटर बनाया जाएगा। जो भी ऑनलाइन आवेदन आएंगे वह इस काउंटर से ही वैरिफाई किए जाएंगे।जांच होने के बाद लर्निंग लाइसेंस टेस्ट का पासवर्ड और पिन नंबर आवेदक के मोबाइल पर पहुंच जाएगा। आवेदक को अपने चेहरे की पहचान का सत्यापन वेब कैमरा से कराना होगा। जिसके बाद ऑनलाइन घर से ही अपना टेस्ट दे सकता है।
15
में
से
9
सवालों
के
देने
होंगे
सही
जवाब
टेस्ट
के
लिए
15
सवालों
में
से
नौ
का
सही
जवाब
देने
के
बाद
तुरंत
लर्निंग
लाइसेंस
डाउनलोड
हो
जाएगा।
इस
प्रक्रिया
कार्यालय
के
चक्कर
काटने
की
जरूरत
नहीं
पड़ेगी।
यदि
आधार
कार्ड
से
मोबाइल
नंबर
लिंक
नहीं
है
तो
इस
सुविधा
का
लाभ
नहीं
मिल
सकेगा।
क्योंकि
आधार
कार्ड
से
ही
आवेदन
का
सत्यापन
होगा।
इसलिए
मोबाइल
नंबर
आधार
कार्ड
में
रजिस्टर
होना
जरूरी
है।