मोदी लहर के बाद भी यूपी में भाजपा के बड़े दिग्गजों को मिली हार
मोदी लहर के बाद भी यूपी में भाजपा के कई दिग्गज नेताओं को हार का सामना करना पड़ा, इस लिस्ट में पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भी शामिल
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के चुनाव में एक बार फिर से साबित किया है कि देश में वह सबसे लोकप्रिय नेता हैं। उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीटों पर भाजपा ने मोदी की लोकप्रियता के दम पर अकेले 312 सीटों पर प्रचंड जीत दर्ज की। प्रदेश में कई ऐसे नेता चुनाव जीत गए जिनका नाम उनके विधानसभा क्षेत्र में लोग तक नहीं जानते हैं, लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर भाजपा को एकतरफा वोट दिया जिसका परिणाम आया 312 सीटें। लेकिन मोदी लहर के बावजूद कई ऐसे चेहरे भी यूपी में हैं जो भाजपा के टिकट पर अपनी सीट नहीं बचा पाए।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी हारे
प्रदेश में भाजपा के कई ऐसे लोकप्रिय चेहरे भी हैं जो इस चुनाव में अपनी सीट नहीं बचा पाए और चुनाव हार गए, उसमें एक सबसे बड़ा नाम है लक्ष्मीकांत वाजपेयी। लक्ष्मीकांत यूपी भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं और काफी लंबे समय तक उन्होंने यूपी में भाजपा की कमान संभाली, लेकिन मोदी लहर में वह मेरठ शहर से अपनी सीट नहीं बचा पाए और उन्हें इस चुनाव में 14498 वोटों से हार का सामना करना पड़ा।
मृगांका सिंह भी हारी
यूपी में दूसरा जो सबसे बड़ा नाम है हारने वालों में वह है मृगांका सिंह। मृगांका सिंह कैराना से भाजपा सांसद हुकुम सिंह की बेटी हैं। हुकुम सिंह उस वक्त चर्चा में आए थे जब उन्होंने कैराना में पलायन के मुद्दे को काफी जोर-शोर से उठाया था। पलायन के मुद्दे को यूपी के चुनाव प्रचार अभियान में भी कई जगह उठाया गया था। माना जा रहा था कि भाजपा के इस मुद्दे का फायदा मृगांका सिंह को होगा, लेकिन वह कैराना से 21162 सीटों से हार गई।
ये भी नहीं बचा पाए सीट
भाजपा नेता आरके चौधरी भी मोदी लहर के बावजूद अपनी सीट नहीं बचा पाए और चुनाव हार गए। इसके अलावा उंचाहार से भाजपा उम्मीदवार उत्कृष्ट मौर्या भी अपनी सीट हार गए, हालांकि वह सिर्फ 1895 वोटों से हारे हैं। इनके अलावा जगदीश मिश्रा तमकुही से और आर्यनगर से सलिल बिश्नोई चुनाव हार गाए।
भाजपा की ऐतिहासिक जीत
आपको बता दें कि यूपी में विधानसभा की कुल 403 सीटें हैं जिसमें से अकेले भाजपा ने 312 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि उसके सहयोगी दलों को मिलाए तो पार्टी ने कुल 325 सीटों पर जीत दर्ज की है। पार्टी ने पिछले चुनावों की तुलना में 265 सीटों पर बढ़त हासिल जोकि भाजपा की प्रदेश के इतिहास में सबसे बड़ी जीत है।