VIDEO: जानिए कैसा रहा राहुल-सोनिया के गढ़ में भारत बंद का असर
रायबरेली/ अमेठी। देशभर में आज कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियों ने भारत बंद का आह्वान किया था। ये भारत बंद दिनो दिन बढ़ रहे पेट्रोल डीज़ल के दाम और महंगाई व भष्टाचार के विरोध में था। पूरे में जहां कांग्रेस की अगुवाई में भारत बन्द के लिए प्रदर्शन किया गया वहीं कांग्रेस का गठ माना जाने वाला रायबरेली व अमेठी इससे पीछे नहीं रहा। जहां रायबरेली में सुबह से ही आम जनमानस के साथ-साथ व्यापारी नेता और कांग्रेस को समर्थन कर रही पार्टियां मार्केट बंद करवाने की जुगत में लगी रहीं वहीं राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में कांग्रेस के भारत बन्द का आंशिक असर ही दिखाई पड़ा।
क्या हाल रहा सोनिया के संसदीय क्षेत्र का
सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली शहर में सुबह से ही लोग ने अपनी-अपनी दुकानें बन्द करके सड़कों पर उतर आए और लगातार बढ़ रही महंगाई के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेसियों की मांग थी कि जल्द ही बढ़ती महंगाई को काबू में लाया जाए। पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों को कंट्रोल करने की मांग की है।
सपा नेता मनोज पांडेय ने ऊंचाहार का मोर्चा संभाला
रायबरेली के ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र से सपा विधयक व सपा सरकार में रहे पूर्व मंत्री मनोज पांडेय ने भारत बंध का बीड़ा उठाया। उन्होंने अपनी विधान सभा ऊंचाहार में जाकर सैकड़ों की संख्या में सपाई और कांग्रेसियों ने मिलजुल कर तहसील में धरना प्रदर्शन किया और सरकार में हो रहे भ्रष्टाचार को रोकने की अपील की।
राहुल के गढ़ में हल्का रहा मामला
वहीं राहुल गांधी के गढ़ कांग्रेस के नेताओं ने बंद के माध्यम से सरकार को जगाने और जनता के गुस्से को सामने लाने का काम किया। एक दिन पूर्व ही कंग्रेसी नेताओं ने भारत बंद को सफल बनाने के लिए स्थानीय व्यापरियों से अपील भी की थी। कांग्रेसी कार्यकर्ताओ ने कस्बे के व्यापारिक प्रतिष्ठानों के व्यापारियों के पास जाकर उनसे अपनी दुकानें बंद रखकर समर्थन देने का अनुरोध किया।
क्या थी मांगें
आपको बता दें कि कांग्रेस पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों पर केन्द्र सरकार पर लगातार हमला कर रही है। कांग्रेस ने भारत बंद के पीछे की वजह इंधन की कीमतों और एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोत्तरी को ठहराया। कांग्रेस की ओर से राज्यों में एक्साइज ड्यूटी और अत्यधिक वैट को तत्काल कम करने की मांग उठी। साथ ही पेट्रोल और डीजल को जीएसटी में लाने की डिमांड भी। कांग्रेस के नेताओ ने कहा कि केंद्र ने पिछले चार साल में ईंधन पर उत्पाद शुल्क लगाकर कई लाख करोड़ रुपये की कमाई की है और सरकारी खजाना भरने के लिए यह राशि आम आदमी से ली है।
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