बिहार से किडनैप हुआ डॉक्टर मिला यूपी के इस रेलवे स्टेशन पर, आरोपियों ने फैलाई थी मरने की अफवाह
शाहजहांपुर। बिहार से अपहरण हुए डॉक्टर को शाहजहांपुर आरपीएफ ने स्टेशन से हिरासत में लिया है। जिस वक्त आरपीएफ ने डॉक्टर को बरामद किया उस वक्त डाक्टर को होश नहीं था। डॉक्टर को उसके क्लीनिक से अपहरण कर लिया गया था। उसके बाद डाक्टर का ट्रेन के अंदर उसके ही मोबाईल से फोटो खींचकर डाक्टर के ही परिजनों को मौत की खबर सेंड कर दी और शाम तक शव पहुंच जाने की बात की। लेकिन तभी आरपीएफ ने डॉक्टर को स्टेशन से हिरासत में लिया। पुलिस के हिरासत में आने के आधे घंटे बाद डॉक्टर को होश आने पर डॉक्टर ने पूरी घटना बताई। फिलहाल आरपीएफ ने डाक्टर की बरामदगी की सूचना परिजनों को दे दी है।
दरअसल घटना बिहार के सिवान जिले की है। यहां के रहने वाले 23 वर्षीय डॉक्टर उपेंद्र कुमार यादव पुत्र बनवारी यादव का उनकी क्लीनिक के बीते रविवार की शाम को चार पहिया वाहन से अपहरण कर लिया गया था। डॉक्टर के मुताबिक उसने आठ माह पहले क्लीनिक खोला था। उसका क्लीनिक दूसरे क्लीनिक के मुकाबले ज्यादा अच्छा चलने लगा था। डॉक्टर को शक है कि उसके आसपास के रहने वाले क्लिनिक वालों ने ही उसका अपहरण कराया होगा। डॉक्टर के मुताबिक उसको ट्रेन में लाया गया, जहां उसे होश नहीं था। डॉक्टर ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने मेरे फोन से फोटो खींचकर मेरी मौत का मैसेज लिखकर मेरे परिजनों के नंबरों पर मेरे ही मोबाइल से सेंड कर दिया। उसके बाद आज मुझे शाहजहांपुर के स्टेशन से आरपीएफ ने अपने हिरासत में लिया है।
डॉक्टर के मुताबिक उसके अपहरण होने की सूचना बिहार के महरूआ थाने पर दर्ज करा दी गई थी। तभी वहां की पुलिस ने उत्तर प्रदेश के सभी रेलवे स्टेशनों पर यह सूचना भेजी थी। फिलहाल आरपीएफ ने डॉक्टर को हिरासत में लेकर उनकी सकुशल होने की सूचना महरूआ थाने पर दे दी है और उनके परिजन भी शाहजहांपुर स्टेशन के लिए निकल चुके हैं। आरपीएफ सब इंस्पेक्टर वीर पाल सिंह का कहना है कि गरीब नवाज ट्रेन आने के बाद एक युवक डॉक्टर को बेहोशी की हालत में लेकर आया। डॉक्टर के अपहरण की सूचना पहले ही स्टेशन पर आ गई थी। होश आने पर डॉक्टर ने अपहरण की पूरी घटना बताई और उसके बाद आरपीएफ ने बिहार पुलिस को सूचना दी है।