अमेठी: केशव मौर्य बड़े नेता की सभा में गए लेकिन पिछड़ों की सभा में नहीं गए, कार्यकर्ता निराश
अमेठी। उत्तर प्रदेश के अमेठी में कमल खिलाने की बात करने वाले उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने यहां एक सभा में न आकर जनता को निराश किया। दरअसल हुआ ये कि वो अमेठी के बड़े नेता राजेश मसाला के यहां आयोजित प्रोग्राम में तो शामिल हुए लेकिन पिछड़ों के आयोजित एक प्रोग्राम में उन्हें जाने का समय नहीं मिला। हलांकि तयशुदा प्रोग्राम के नाते जमा हजारों की भीड़ को निराश होकर लौटना पड़ा।
आयोजक
बोले
मुझे
कष्ट
बहुत
हुआ
और
लोग
हताश
हुए
सबका
साथ-सबका
विकास
पर
अमेठी
में
भी
उप
मुख्यमंत्री
केशव
मौर्य
ने
राग
अलापा
लेकिन
वो
इस
पर
खुद
ही
खरे
नहीं
उतरे।
अमेठी
में
ही
उनके
दो
प्रोग्राम
आयोजित
थे।
एक
राजेश
मसाला
की
फैक्ट्री
पर
और
दूसरा
अमेठी
के
ताला
गांव
में।
आयोजक
घनश्याम
चौरसिया
की
मानें
तो
पिछड़े
लोगों
की
बात
करने
के
लिये
ये
प्रोग्राम
रखा
गया
था
जिसमें
सैकड़ों
की
संख्या
में
लोग
मौजूद
थे।
काफी
समय
बीत
गया
और
मुझे
पता
चला
कि
नरेनी
से
वो
वापस
जा
रहे।
फोन
कर
बताया
गया
कि
कुछ
ऐसी
व्यस्तता
हो
गई
के
आना
मुश्किल
है।
उन्होंने
हेलीपैड
पर
बुलाकर
मुझ
से
बात
की
और
दुबारा
आने
की
बात
कही।
घनश्याम
ने
कहा
मुझे
कष्ट
बहुत
हुआ
और
लोग
हताश
हुए।
कार्यकर्ता
बोले
जनता
और
वोटर
हैं
समान
उधर
कार्यकर्ता
का
कहना
है
कि
न
आने
का
कारण
तो
बाद
में
पता
चलेगा
लेकिन
जनता
और
आयोजक
को
तकलीफ
हुई
तो
कार्यकर्ताओं
को
क्षोभ
हुआ।
कार्यकर्ता
ने
कहा
कि
ये
गलत
हुआ।
यहां
न
आने
पर
कार्यकर्ता
ने
कहा
कि
हम
लोग
छोटे
कार्यकर्ता
हैं
और
वो
अमेठी
के
बड़े
कार्यकर्ता
हैं
लेकिन
जनता
और
वोटर
समान
हैं,
वोट
का
प्रभाव
और
अधिकार
सबका
बराबर
है।
कुर्सी
पर
बैठे
लोगों
को
ये
देखना
चाहिये
क्योंकि
एक-एक
वोट
महत्वपूर्ण
हैं।