VIDEO: योगी के मंत्री को नहीं पता कि कासगंज में क्या हुआ है, बोले- 'कैसी हिंसा,कौन सी हिंसा'
कानपुर। 26 जनवरी को कासगंज में हुई सांप्रदायिक हिंसा से पूरा प्रदेश स्तब्ध और क्षुब्ध है। इस हिंसा की एक स्वर में सबने निंदा की है। कासगंज हिंसा पर कल उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने राज्य के लिए कलंक बताया है लेकिन अब राज्य सरकार के उन मंत्री के लिए क्या कहा जाय जिन्हें सूबे में हुई साम्प्रदायिक हिंसा के बारे में कुछ भी खबर नहीं है। योगी सरकार में श्रम एवं सेवायोजन राज्य मंत्री मनोहर लाल पंथ उर्फ मन्नू कोरी ने कानपुर में मीडिया से पूछा- कासगंज में कैसी हिंसा, कौन सी हिंसा।
कासगंज हिंसा पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की खामोशी राजनैतिक गलियारे में चर्चा का विषय बनी हुई है। पिछले चार दिनों से मुख्यमंत्री तमाम सर्वाजनिक और सरकारी समारोहों में गए हैं और भाषण भी दिए हैं लेकिन उनके सम्बोधनों में कासगंज की साम्प्रदायिक हिंसा पर कोई वक्तव्य न आने पर विरोधी चुटकी ले रहे हैं। ऐसे में उनकी सरकार में श्रम राज्य मंत्री मनोहर लाल पंथ का कानपुर में दिया गया एक अजीबोगरीब बयान सामने आया है जिसमें वे कहते हैं कि कासगंज में कोई दंगे हुए हैं तो उन्हें इसकी जानकारी नहीं है।
मीडिया ने जब श्रम मंत्री को बताया कि सूबे का एक शहर कासगंज पिछले तीन दिनों से साम्प्रदायिक आग में झुलस रहा है तो मंत्री जी ने भावहीन स्वर में कहा कि अगर किसी ने ''मारपीट'' की है तो उसे अन्दर कर देगें। बताते चलें कि मन्नू कोरी ललितपुर जिले के महरौनी क्षेत्र से विधायक हैं और योगी मन्त्रिमण्डल में जातीय सन्तुलन बनाने के उन्हें राज्य मंत्री पद से नवाजा गया था। आज वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रान्तीय सम्मेलन में शामिल होने कानपुर आये थे लेकिन मीडिया के सवालों में खुलासा हो गया कि जो कासगंज हिंसा मीडिया में सुर्खी बनी हुई हैं, मंत्री जी को उसकी भनक तक नहीं है। यहाॅ सवाल मंत्री जी के ज्ञान का नहीं है बल्कि सरकार में होने के बावजूद उनकी संवेदना का है।
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