कासगंज हिंसा में जिस युवक को 'मरा हुआ' बताया, वो सामने आकर बोला- मैं तो जिंदा हूं
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुई हिंसा में अभिषेक (चंदन) गुप्ता की मौत हुई है। चंदन की मौत के बाद सोशल मीडिया पर एक जिंदा युवक के मौत की अफवाह भी फैली, इस शख्स का नाम राहुल उपाध्याय है। जानकारी के मुताबिक राहुल उपाध्याय ने जैसे ही सोशल मीडिया पर इस तरह की अफवाहों के बारे में सुना वो तुरंत ही सामने आए और खुद के जीवित होने बात स्पष्ट की। इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक राहुल उपाध्याय ने कहा कि मैं सभी को आश्वस्त करता हूं कि मैं जिंदा हूं।
कासगंज थाने में पहुंचकर राहुल ने खुद के जीवित होने की पुष्टि की
24 वर्षीय राहुल उपाध्याय कासगंज के कोतवाली पुलिस स्टेशन पहुंचे, जहां उन्होंने अपने जीवित होने की पुष्टि की। इस बीच पुलिस ने बताया कि कुछ असमाजिक तत्वों ने सोशल मीडिया पर उनके मौत की अफवाह फैलाई है। उन शरारती तत्वों की कोशिश इसके जरिए हिंसा भड़काने की थी। वहीं 24 वर्षीय राहुल उपाध्याय जिंदा हैं उन्होंने खुद सामने आकर अपने जीवित होने की पुष्टि की है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक राहुल उपाध्याय ने नोएडा से मीडिया ग्रेजुएशन की है। अभी वो एक न्यूज आउटलेट चला रहे हैं।
राहुल उपाध्याय को लेकर सोशल मीडिया पर उड़ी थी अफवाहें
राहुल उपाध्याय ने बताया कि शनिवार को उन्हें एक फोन आया जिसमें मुझसे पूछा गया कि क्या तुम्हारी मौत हो चुकी है? ये सुनते ही राहुल चौंक गए, उन्होंने कहा कि ये सुनकर पहले मुझे काफी हैरानी हुई और मुझे लगा कि यह कोई मजाक होगा, हालांकि बाद में एक के बाद एक कई फोन आए, इसके बाद मुझे ये पता चला कि कहीं न कहीं कुछ गलत है।
पुलिस ने कहा- अफवाहों पर ध्यान नहीं दें
किसान परिवार से आने वाले राहुल उपाध्याय के मौत की अफवाह जिस समय फैली वो अलीगढ़ में अपने गांव नगला खानजी में थे। उन्हें उनकी मौत की खबरों का स्नैपशॉट्स भी भेजे गए। राहुल उपाध्याय ने बताया कि जैसे ही मुझे ये स्नैपशॉट्स मिले मुझे समझ आ गया कि कुछ लोग हिंसा भड़काने के लिए मेरा इस्तेमाल कर रहे थे। जैसे ही मुझे इसका पता चला मैं तुरंत ही जिला प्रशासन से संपर्क किया। मैं पुलिस स्टेशन पहुंचकर सारी बात बताई।
कासगंज में हालात काबू करने की कवायद जारी
अलीगढ़ के आईजी संजीव गुप्ता ने सोमवार को राहुल उपाध्याय को सलाह दी कि वह जितना संभव हो सके मीडियाकर्मियों से संपर्क करे। इतना ही नहीं खुद अलीगढ़ के आईजी ने भी पत्रकारों को बताया कि सोशल मीडिया पर जो अफवाह फैलाई जा रही है वह सही नहीं है, राहुल उपाध्याय जिंदा हैं। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में आईजी संजीव गुप्ता ने कहा कि हम लोग भी बेहद हैरान थे। जहां हिंसा हुई वहां इस नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं रहता था। हालांकि कुछ लोग अफवाह फैला कर हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहे थे। फिलहाल पुलिस ने माहौल खराब करने वाली अफवाह फैलाने के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है, साथ ही लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने के लिए कहा है।
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