कानपुर: बाढ़ पीड़ितों के साथ प्रशासन ने किया मजाक, 100 परिवारों को बांटे मात्र तीन बिस्कुट के पैकेट
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में गंगा में बढ़ते जल स्तर के कारण गांव में बाढ़ आ गई और लोग अपने घरों से पलायन करने के लिए मजूबर हो गए है। वहीं, कानपुर देहात जिला प्रशासन ने भी बाढ़ पीड़ितों से मजाक किया है। प्रशासन ने उनके जख्मों पर मरहम लगाने की वजह उन्हें अन्देखा कर दिया। लगभग कानपुर देहात जिले के कई गांव ऐसे है जो पूरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गए है।
कानपुर शहर के कई इलाकों में हाल बेहाल है और लोग परेशान है। कानपुर साउथ के बर्रा 8 वरुण विहार बस्ती, गुजैनी रावणदासपुरम, केशव नगर, भीम नगर, बाबा नगर, नारायणपुरी, कर्रही, चंदीपुरवा खाड़ेपुर बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए है। वहीं, रसूलाबाद तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत भैसाया के महेंद्र नगर (बंगाली डेरा) के निवासी अपना घरों को छोड़ने को मजबूर हो गए।
दरअसल, कानपुर देहात में मूसलाधार बारिश ने सरकार के गरीबों को पक्के आवास देने के दावों की पोल खोल दी हैं। कच्चे मकान होने के चलते गांव के लोग गांव और अपना घर छोड़ दूसरा आशियाना बनाने को मजबूर हैं। वही, रसूलाबाद ही नहीं बल्कि कई गांव के 100 से ज्यादा परिवार एक स्कूल में शरण लिए हुए है।
प्रशासन
ने
किया
मजाक
लोगों
को
माने
तो
उनके
पास
अभी
तक
जिले
का
ना
तो
कोई
अधिकारी
आया
और
ना
ही
बीजेपी
के
विधायक।
लोगों
ने
बताया
कि
प्रशासन
से
केवल
एक
बार
उपजिलाधिकारी
परवेज
अहमद
आए
और
वह
भी
बाढ़
पीड़ितों
से
मजाक
करके
चले
गए।
बाढ़
पीड़ितो
का
आरोप
है
कि
उपजिलाधिकारी
यहां
पर
आए
थे
जिस
दिन
हम
ने
पलायन
किया
था
और
हम
लोगों
को
खाने
के
लिए
तीन
पैकेट
बिस्कुट
और
दो
बोरी
चावल
की
देकर
चले
गए।
जिसको
अभी
तक
हमने
खोला
तक
नहीं
और
जब
भी
कोई
अधिकारी
यहां
आएगा
हम
उन्हें
वापस
कर
देंगे।
लोगों
ने
की
मदद
वही,
मदद
कर
रहे
गोपाल
गुप्ता
का
कहना
है
कि
प्रशासन
के
अधिकारी
केवल
एक
बार
यहां
आए
थे
वह
भी
तीन
बिस्कुट
और
दो
बोरी
चावल
देकर
चले
गए।
लेकिन
2000
से
ज्यादा
लोग
है
जिनके
पास
अब
न
रहने
का
ठिकाना
नहीं
है।
बताया
कि
हम
लोगों
ने
अनिश्चित
काल
के
लिए
भंडारा
खोला
है
और
जो
भी
मदद
होगी
इन
की
वह
हम
पूरी
करेंगे।
प्रशासन
कर
रहा
है
हर
संभव
मदद
मुख्यविकास
अधिकारी
केदारनाथ
ने
बताया
कि
नदियों
का
जल
स्तर
बढ़ने
से
गांवों
में
पानी
भर
गया
है।
ऐसी
स्थिति
से
निपटने
के
लिए
राजस्व
की
टीमें
लगी
हुई
है।
बताया
कि
लोगों
को
सहायता
प्रदान
की
जा
रही
है।
लोगों
की
पलायन
की
बात
पर
उन्होंने
कहा
कि
लोगों
को
उनके
घरों
से
निकालकर
सुरक्षित
स्थान
पर
रोका
गया
है
और
प्रशासन
हर
संभव
मदद
कर
रहा
है।