जो काम आदमी खुली आंखों से ना कर पाए उसे बंद आंखों से करती है कानपुर की काजल
कानपुर। जो काम इंसान खुली आँखों से न कर पाए वो काम एक 12 वर्षीय ग्रामीण क्षेत्र की लड़की आसानी से करते हुए सभी को आश्चर्य चकित कर देती है। आखें बंद करके हैरतअंगेज कामों को आसानी से करने वाली काजल इस समय पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। गांववालों का कहना है कि कागज कोई साधारण लड़की नहीं है बल्कि उसके अंदर असाधारण प्रतिभा छिपी हुई है।
कौन है काजल
काजल बिधनू इलाके के काकोरी गॉव में अपने मामा जयकरन के साथ बचपन से रहती आ रही है वहीं काजल के पिता व माँ भीमसेन इलाके में रहते है काजल आंख बंद करके किताबें पढ़ना , नोटो में लिखे नम्बर ,साइकिल चलाने के साथ बन्द कमरे में छिपा कर रखी हुई चीजें भी खोज निकालती है।
3 साल पहले सन्यासी ने की थी भविष्यवाणी
काजल के मामा जयकरन ने बताया की बीते 3 साल पहले एक सन्यासी आये हुए थे जिन्होंने काजल को देखकर भविष्यवाणी की थी कि ये लड़की साधारण नही है। उन्होंने कहा था कि इस लड़की के अंदर विलक्षण प्रतिभाएं हैं। आज उस सन्यासी की बातें सही साबित हो रही है और काजल अपने कारनामों से चर्चा का विषय बनी हुई है।
एक हादसे के बाद हुआ चमत्कार
जयकरन ने बताया कि सन्यासी के जाने के बाद काजल के सिर में मामूली सी चोट लग गई थी लेकिन वो चोट मामूली नही थी हैलेट में काजल का ऑपरेशन किया गया उसके बाद जब काजल वापस घर लौटी तो बच्चों के साथ आंख मिचौली के खेल में साथ मे खेल रहे बच्चों को आसानी से पकड़ लेती थी। जब काजल से इस बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि वो बंद आंखों से सभी काम कर सकती है इतना सुनते ही काजल के मामा ने उसकी आँखों मे पट्टी बांध दी और साइकिल चलाने के लिए बोला तो उसने साइकिल भी चला ली।
डीएम कर चुके हैं पुरस्कृत
काजल इस समय 9th क्लास में सुखवासा देवी इंटर कॉलेज में पढ़ती है। इसके पहले वो गांव के ही पूर्व माध्यमिक विद्यालय की छात्रा थी काजल जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता के दौरान डीएम सुरेंद्र सिंह के सामने भी अपनी अनोखी कला का प्रदर्शन कर चुकी है जिसके चलते डीएम ने काजल को इनाम भी दिया था।
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