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SUCCESS STORY: कोलेस्ट्रॉल कम करने के चक्कर में बन गई नेशनल प्लेयर

By Rajeevkumar Singh
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वाराणसी। बनारस के बादशाह बाग की रहने वाली डॉक्टर ज्योतिमा का सेलेक्शन मास्टर एथलीट चैम्पियनशिप 2017 में चाइना के लिए हुआ है जो 24 से 28 सितम्बर तक होगा। इस मुकाम के पीछे की वजह उनका कोलेस्ट्रॉल बढ़ना था। 2015 -16 में उन्होंने कार्डियो टेस्ट कराया तो कोलेस्ट्रॉल काफी बढ़ा था।

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SUCCESS: कोलेस्ट्रॉल कम करने के चक्कर में बन गई नेशनल प्लेयर

बीएचयू के डॉ ओमशंकर ने उन्हें सलाह दी कि आप रोज 5 किमी पैदल चलें तभी जिन्दा बच पाएंगी। ज्योतिमा ने 2016 की शुरुआत में पार्क से नए कैरियर को शुरू किया जो सिगरा स्टेडियम के ट्रैक तक जा पहुंचा और सितम्बर 2016 में उन्होंने मास्टर एथलीट चैम्पियनशिप स्टेट बनारस में 5 गोल्ड जीत लिया।

SUCCESS: कोलेस्ट्रॉल कम करने के चक्कर में बन गई नेशनल प्लेयर

ससुराल में आती थी शर्म , पति ने लाकर दिया ट्रैक शूट
ज्योतिमा खुद ग्रामांचल महिला महाविद्यालय में हिस्ट्री और पति डॉक्टर शैलेन्द्र सिंह बीएचयू में प्राचीन इतिहास के प्रोफेसर हैं। उन्होंने बताया कि बीमारी के दौरान ढेर सारी दवाइयां खाना और बच्चे को संभालना, साथ में नौकरी करना कठिन हो गया था। कभी-कभी छोटे बच्चे को दूध का बॉटल देकर ग्राउंड में ट्रैक किनारे पति की गोद में छोड़कर दौड़ती थी। ज्योतिमा ने 2010 में बीएचयू से पीएचडी किया, उसी साल उनकी शादी हो गई। 2013 में उन्होंने एक बेटे को शौर्य को जन्म दिया।

SUCCESS: कोलेस्ट्रॉल कम करने के चक्कर में बन गई नेशनल प्लेयर

ज्योतिमा 1996 में वो हैंडबाल की नेशनल प्लेयर रही है। 21 साल बाद 2015 -16 में कोलेस्ट्रॉल ने वापस ट्रैक पर ला दिया। इस दौरान सूट और साड़ी छोड़कर ट्रैक सूट पहनकर ससुराल से ग्राउंड जाने में शर्म आती थी। पति शैलेन्द्र ने काफी हेल्प किया और बोला जान है तो जहान है। खुद ट्रैक सूट लाकर दिए और रोज ज्योतिमा को रनिंग के लिए ग्राउंड ले जाने लगे।

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पति घबराये पर हिम्मत नहीं हारी
पति शैलेन्द्र ने बताया कि 36 साल की उम्र में पत्नी की बीमारी सुनकर घबरा गया था पर मैंने हिम्मत नहीं हारी और उसे जिंदगी के दौड़ में जीत दिला दिया। अब कोलेस्ट्रॉल और हार्ट प्रॉब्लम 80 प्रतिशत कम हो चुका है। कोच मंटू ने बताया कि ज्योतिमा ने एक्सट्रा एफर्ट के साथ मेहनत किया। बच्चे के साथ जीवन में वापस आना चैलेन्ज था। वो पांच क्या कुछ महीनों में सात किमी रनिंग करने लगी। बस यही कहती कि जिंदगी अभी और जीना ह। 17 फरवरी को हैदराबाद में नेशनल खेलने का मौका मिला , थर्ड प्लेस लगा और इण्डिया टीम में चाइना के लिए सेलेक्ट हुई।

SUCCESS: कोलेस्ट्रॉल कम करने के चक्कर में बन गई नेशनल प्लेयर

खास होगा ज्योतिमा का चाइना ट्रिप
खास बात यह है कि चाइना में स्टीपलचेज 2000 मीटर में उनका सेलेक्शन हुआ है। इसमें 5 राउंड ग्राउंड में दौड़ने होंगे जिसमें डेढ़ से दो फिट ऊंचे हर्डल और एक फिट पानी में जम्प लगाना पड़ेगा जिसका ग्राउंड पूरे यूपी में कहीं नहीं है।

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English summary
Jyotima of Varanasi became national player while decreasing Cholesterol.
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