भीम आर्मी चीफ को मिला गुजरात के उभरते हुए दलित नेता का साथ, मोदी को हराने के लिए बनाई रणनीति
सहारनपुर। भीम आर्मी एकता मिशन के संस्थापक चंद्रशेखर जब से जेल से रिहा हुए हैं, उनसे मिलने वाले नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं का आना-जाना लगातार जारी है। जहां बड़ी पार्टियों के राजनेता मुलाकात कर रहे हैं, वहीं दूसरे राज्यों के विधायकों और मंत्रियों का आवागमन भी लगातार बना हुआ है। इसी सिलसिले में मंगलवार की देर शाम गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने चंद्रशेखर के आवास पर पहुंचकर मुलाकात की और बंद कमरे में करीब आधा घंटा वार्ता की।
जिगनेश मेवाणी मंगलवार देर शाम सहारनपुर पहुंचे और यहां से वह देहरादून हाईवे स्थित गांव छुटमलपुर में चंद्रशेखर के आवास पर पहुंचे और मुलाकात की। अतिथि सत्कार के बाद जिग्नेश ने चंद्रशेखर से एकांत में वार्ता करने का इशारा किया। जिसके बाद दोनों एक कमरे में चले गए। बंद कमरे में दोनों के बीच करीब आधा घंटा वार्ता हुई। सूत्रों के अनुसार गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने भाजपा पर दलित व ओबीसी विरोधी होने के आरोप लगाते हुए कहा कि शेखर द्वारा राजनीतिक उत्पीड़न के बावजूद अपने समाज के लिए उठाई गई आवाज में वें अपनी ओर से हर तरह से उनके साथ हैं।
चंद्रशेखर ने कहा कि कांशीराम के राजनीतिक मूवमेंट को खड़ा करना है। उनको कोई चलाए या न चलाए लेकिन भीम आर्मी चलाएगी। मैंने बहुत कुछ कांशीराम की कार्यशैली से सीखा है। मेवाणी और चंद्रशेखर के बीच उनके निवास पर 30 मिनट तक बातचीत हुई। इस बातचीत को पूरी तरह से गोपनीय रखा गया है। मेवानी से मिलने के बाद चंद्रशेखर ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर वह मिलने आए थे। जिग्नेश मेवाणी के पहुंचने की सूचना मिलते ही भीम आर्मी से जुड़े सैकड़ों समर्थक मौके पर पहुंच गए। चंद्रशेखर ने इस मुलाकात के दौरान मीडिया से दूरी बनाए रखी।