'कलयुगी' बेटे की करतूत: पहले काटी पिता की गर्दन, फिर फेवीक्विक से लगा चिपकाने
बस्ती (यूपी)। क्या कोई बेटा इतना जालिम हो सकता है कि वह अपने पिता को ही मारने की योजना बना डाले। ऐसा ही एक मामला यूपी के बस्ती में देखने को मिला है। यहां एक शख्स ने अपने 70 वर्षीय पिता की गर्दन रेत दिया। इतना ही नहीं पिता का गला रेतने के बाद इस शख्स ने फेवीक्विक से उसे चिपकाने की कोशिश करने लगा। हालांकि जब उसे अपनी योजना में कामयाबी नहीं मिली तो वह अपने पिता को उसी अवस्था में छोड़कर फरार हो गया। दूसरी ओर पिता के कराहने की आवाज जब पड़ोसियों को सुनाई दी तो उन्होंने बुजुर्ग शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है। वहीं पुलिस आरोपी बेटे की तलाश कर रही है।
जब बेटे ने ही रेत दिया पिता का गला
फेवीक्विक का विज्ञापन तो आपने जरूर देखा होगा, जिसकी टैग लाइन है चुटकी में चिपकाए। इसी विज्ञापन को देखकर एक बेटे ने अपने पिता के साथ कुछ ऐसा किया जिसकी कल्पना भी कोई नहीं कर सकता। आरोपी बेटे ने पहले अपने पिता का गला रेता, इसके बाद उसे चिपकाने के लिए फेवीक्विक से उसे चिपकाने लगा। उसकी कोशिश थी कि पिता का कटा हुआ गला चिपकने से वह पकड़ा नहीं जाएगा। हालांकि उसे अपने मंसूबे में कामयाबी नहीं मिली। आखिरकार उसने वारदात वाली जगह से भागने में ही भलाई समझी।
पिता पर धारदार हथियार से किया हमला
पूरा मामला बस्ती के सोनहा थाना इलाके में दरियापुर जंगल टोला का है, यहां रहने वाले 70 वर्षीय रामदेव मिश्र का उनके बेटे जगदीश ने गला रेत दिया। इस दौरान किसी को पता नहीं चले इसलिए आरोपी बेटे ने टीवी ऑन करके उसके वॉल्यूम को बढ़ा दिया। इस बीच जगदीश ने पिता का गला रेतने के बाद उसे फेवीक्विक से चिपकाने की कोशिश करने लगा। हालांकि वो अपने इरादों में सफल नहीं हुआ तो मौके से फरार हो गया। बाद में पड़ोसियों को जैसे ही मामले का पता चला उन्होंने रामदेव मिश्र को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
रामदेव मिश्र रेलवे से रिटायर्ड हैं
रामदेव मिश्र रेलवे से रिटायर्ड हैं। उनकी पत्नी की मौत हो चुकी है। वो अपने बेटे जगदीश उसकी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते थे। आरोपी जगदीश पर अपनी पहली पत्नी को छत से ढकेल कर मारने का भी आरोप लगा था। इस मामले में उसने जेल की सजा भी काटी है। इसके बाद जगदीश की दूसरी शादी हुई थी जिसमें उसके दो बेटे हुए हैं। बताया जा रहा है कि जगदीश बेरोजगार था।