IIT कानपुर में बहार से आकर लड़कों ने की लड़कियों से छेड़खानी
कानपुर। आईआईटी, कानपुर में भी अब बाहरी युवक प्रवेश करके छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की हिमाकत करने लगे हैं। इस तरह की एक घटना प्रकाश में आने के बाद आईआईटी, प्रशासन चौकन्ना हो उठा है और सुरक्षा बंदोबस्त कड़े कर दिये हैं। वहीं छेड़छाड़ के आरोपी एक युवक को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया है। बीएचयू में भड़की अशांति से सबक लेकर अब आईआईटी, कानपुर ने एक संवेदनशील घटना पर संजीदगी दिखायी है और गर्ल्स हॉस्टल में घुसे एक बाहरी युवक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है।
हालांकि इस घटना के बाद आईआईटी की सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लगे हैं और इसे लेकर सोशल मीडिया पर कमेंट्स और पोस्ट्स की बाढ़ आ गयी है। हलांकि घटना 17 सितम्बर की है लेकिन आरोपों से घिरे आईआईटी, कानपुर के अधिकारी दस दिन बाद मीडिया के सामने आए और उसने अपनी सफाई पेश की।
संस्थान के उपनिदशेक मणीन्द्र अग्रवाल के अनुसार एक युवक आईआईटी छात्र के वेश में गर्ल्स हास्टल की बाउण्ड्री फांदकर अंदर आ गया था और बैडमिंटन खेल रही छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने लगा था। छात्राओं ने इसकी सूचना सुरक्षा गार्ड को दी। चेकिंग में उक्त युवक अपनी आईडी नहीं दिखा सका तो उसे पुलिस के हवाले कर दिया। इस घटना की रिपोर्ट पुलिस चौकी में लिखाने के साथ साथ आईआईटी प्रशासन ने सुरक्षा बंदोबस्त कड़े कर दिये हैं। दरअसल आईआईटी प्रशासन कुछ भी कर ले, बाहरी व्यक्तियों का संस्थान में प्रवेश रोक पाना नामुमकिन है।
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जिस स्थान को अधिग्रहीत करके आईआईटी स्थापित की गयी थी, वहां से विस्थापित ग्रामीणों को नानकारी गांव में बसाया गया था और नानकारी का रास्ता आईआईटी कैंपस के अंदर से जाता है। एक कानूनी समझौते के मुताबिक आईआईटी प्रशासन नानकारी जाने वालों को कैम्पस के अन्दर आने से नहीं रोक सकता है। कुछ दशक पहले तक नानकारी गांव वाले आईआईटी के अनुशासन का पालन करते थे लेकिन बदला माहौल यहां की छात्राओं के लिये पहले जैसा सुरक्षित नहीं रह गया है।