बीवी को गैर मर्द के साथ देखोगे तो उसे जान से मारोगे या 3 तलाक दोगे: सपा नेता
बरेली: देश में तीन तलाक को लेकर जारी बहस थमने का नाम नहीं ले रही है। तीन तलाक के खिलाफ केंद्र सरकार ने मुस्लिम महिलाओं का साथ दिया और इसको कानूनी रूप देने की कोशिश भी की जा रही है। लेकिन लोकसभा में पारित होने के बाद तीन तलाक बिल राज्य सभा में अटका हुआ है। जबकि इसको लेकर एक बार विवादित बयानों का दौर भी शुरू हो गया है और बरेली के सपा नेता ने मुस्लिम महिलाओं को लेकर बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है।
'तीन तलाक पर कानून बनाने की जरूरत नहीं'
सपा के अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री रियाज अहमद ने कहा कि तीन तलाक पर कानून बनाने की जरूरत नहीं है। रियाज अहमद ने कहा कि गलत काम करने से बचाने के लिए तीन तलाक बनाया गया है। अगर आप घर आकर अपनी पत्नी को किसी और के साथ गलत अवस्था में देखते हैं तो क्या करेंगे। उस स्थिति में दो ही रास्ते बचते हैं, या तो पति अपनी पत्नी को मार दे या फिर तलाक दे दे।
सपा नेता का विवादित बयान
रियाज अहमद ने कहा कि शरियत में साफ तौर पर लिखा गया है कि तलाक सिर्फ तीन हालात में दिए जा सकते हैं। बीजेपी पर हमला बोलते हुए सपा नेता ने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी सच में मुस्लिम महिलाओं के लिए फिक्रमंद है तो महिला आरक्षण बिल लाकर उनके लिए 8 फीसदी आरक्षण का प्रावधान कर दे। वहीं, महिलाओं को अधिकार देने के मामले पर मुस्लिम समाज में अलग-अलग राय है और एक बड़ा वर्ग इसकी खिलाफत करता दिखाई दे रहा है।
तीन तलाक को लेकर जारी है बहस
बता दें कि इसके पहले तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठाने वाली मुस्लिम महिला निदा खान के खिलाफ फतवा भी जारी कर दिया गया था। निदा खान को इस्लाम से बेदखल करने और उनकी मौत के बाद दफनाने के लिए दो गज जमीन तक न देने का मौलानाओं ने ऐलान किया था। जबकि रविवार को निदा खान को पत्थर मारने का तालिबानी फरमान भी सुनाया गया था।