हिंदू युवा वाहिनी की गुंडागर्दी का शिकार मरीज, निशाना डॉक्टर
वाहिनी सदस्यों का कहना है कि जब वो पर्चा लेकर ट्रॉमा सेंटर साइन कराने आया तो वहां पर मौजूद डॉक्टर वीके गंगवार ने उनके साथ बदसूली की उन्होंने साइन करने से मना कर दिया और कहा कि पहले पूरी फाइल लेकर आओ।
शाहजहांपुर। सत्ता के नशे में चूर हिंदू युवा वाहिनी की गुंडागर्दी लगातार जारी है। यहां एक छोटी सी बात पर हिंदू युवा वाहिनी के नेताओं ने जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में जमकर बवाल काटा। इस दौरान कुछ ऐसे सीरियस मरीज थे जिनका इलाज तक नहीं हो पा रहा था। हंगामा करने का कारण सिर्फ डॉक्टर द्वारा पर्चे पर साइन न करने को लेकर शुरू हुआ। लेकिन जब डॉक्टर ने पर्चे पर साइन कर दिए, उसके बावजूद कार्यकर्ताओं ने हंगामा जारी रखा। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने डॉक्टर को काफी अपशब्द भी कहे। फिलहाल मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया।
मामला जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर का है। जहां पर आए दिन नेताओं की गुंडागर्दी होना आम बात हो गई है। बुधवार को हिंदू युवा वाहिनी के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा काटा। दरअसल बीते मंगलवार को ममता नाम की महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बीमार महिला के दामाद ने बताया कि उसकी सास को ब्लड चढ़ना था। जब ब्लड बैंक में गए तो उन्होंने पहले पर्चे पर डॉक्टर के साइन कराकर लाओ। उसका कहना है कि जब वो पर्चा लेकर ट्रॉमा सेंटर साइन कराने आया तो वहां पर मौजूद डॉक्टर वीके गंगवार ने उनके साथ बदसूली की उन्होंने साइन करने से मना कर दिया और कहा कि पहले पूरी फाइल लेकर आओ।
उसके बाद जब वो फाइल लेने गया तो उसने फाइल नहीं ली बल्कि एक नेता से कह दिया जिन्होंने आकर पर्चे पर साइन करा दिए। हालांकि साइन डॉक्टर ने कर दिए थे। उसके बावजूद हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने हंगामा करना शुरू कर दिया। यहां तक कि मरीजों को देख रहे डॉक्टर मेहराज अहमद को ट्रॉमा सेंटर से बाहर खींच ले गए। हंगामा ज्यादा होने पर कोतवाली पुलिस ने पहुंचकर कार्यकर्ताओं को समझाया।
हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता डॉक्टर वीके गंगवार को सस्पेंड करने की मांग पर अड़ गए। जब पुलिस ने उनको काफी समझाया तो उनकी मांग बदल गई और कहा कि सार्वजनिक रूप से डॉक्टर सॉरी बोलें। हालांकि जब डॉक्टर वीके गंगवार ने सार्वजनिक रूप से सॉरी बोला उसके बाद भी कार्यकर्ता मानने को राजी नहीं थे। उसके बाद सीएमएस केशव स्वामी और पुलिस के सामने हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने डॉक्टर को अपशब्द बोलना शुरू कर दिया। लेकिन न तो सीएमएस ने उनको रोकने की कोशिश की ओर ना ही पुलिस ने रोकने की कोशिश की। सीएमएस केशव स्वामी ने बताया कि कुछ लोगों ने अचानक ट्रॉमा सेंटर में हंगामा करना शुरू कर दिया था। करीब आठ से दस लोग ट्रॉमा सेंटर में घुस आए थे और डॉक्टर से बदसलूकी की।
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