मुस्लिम लड़की और हिंदू लड़के की लव स्टोरी पर बनी फिल्म 'गेम ऑफ अयोध्या' से यूपी में अलर्ट जारी
लखनऊ। रील लाइफ में धार्मिक मुद्दों को हवा देने से रियल लाइफ का माहौल बिगड़ रहा है। फिल्म पद्मावती को ही देख लीजिए। इसे लेकर पूरे देश का माहौल गर्म है। जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी बीच एक और फिल्म आ रही है जिसे लेकर खुफिया तंत्र के कान खड़े हो गए हैं। जी हां फिल्म का नाम है 'गेम ऑफ अयोध्या' जिसका ट्रेलर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस फिल्म में हिंदू युवा और मुस्लिम युवती की प्रेम कहानी को दिखाया गया है। इस प्रेम कहानी को बाबरी मस्जिद विध्वंस के बैकग्राउंड के साथ दिखाया गया है। इस फिल्म के रिलीज होने से पहले पूरे यूपी में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
सेंसर बोर्ड से नहीं मिली रिलीज की अनुमति
‘गेम ऑफ अयोध्या' को सेंसर बोर्ड ने रिलीज की अनुमति देने से मना कर दिया था, लेकिन फिल्म प्रमाणन अपीलीय ट्रिब्यूनल ने मंजूरी दे दी। हालांकि, अभी मूवी की रिलीज डेट घोषित नहीं की गई है। ‘गेम ऑफ अयोध्या' मूवी का मामला ऐसे समय में सामने आया है, जब संजय लीला भंसाली की मूवी पद्मावती को लेकर पूरे प्रदेश में तनाव है। पूरे देश में राजपूत समुदाय के लोग पद्मावती का विरोध कर रहे हैं। यूपी और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी भी पद्मावती के खिलाफ प्रदर्शन में साथ दे रही है।
दावा किया जा रहा है कि सच्ची है कहानी
सुनील सिंह निर्देशित फिल्म 'गेम ऑफ अयोध्या' 1992 में हुए दंगों के बीच अयोध्या की एक प्रेम कहानी पर है जिसमें प्रेमी और प्रेमिका अलग-अलग धर्म के हैं। दावा है कि फिल्म की कहानी असली है और अयोध्या में उपजे हालात के बीच जब लोग एक दूसरे के खून के प्यासे थे, धर्म की दीवारों को तोड़ एक युवक और युवती प्यार के बंधन में बंधे थे। फिल्म उन्हीं की प्रेम कहानी और उस दौर के हालात को बयां करती है।
अटल, कल्याण और आडवाणी का भाषण भी है फिल्म में
फिल्म में प्रेम कहानी के बीच वर्ष 1992 को अयोध्या में उपजे हालात से संबंधित वीडियो फुटेज, दस्तावेज का भी इस्तेमाल किया गया है। 92 में हुए दंगों से पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी, गृहमंत्री रहे भाजपा के कद्दावर नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत तमाम उस दौर के हिंदूवादी नेताओं के भाषण के वीडियो फुटेज के साथ ही उस दौरान ली गई तस्वीरों का भी इस्तेमाल किया गया है।