महिलाओं ने तीन थानों के लगभग 40 पुलिसवालों को बना लिया बंधक, इस बात से थीं नाराज
हरदोई। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक कोटे की दुकान के चयन में भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते महिलाओं ने तीन थानों की पुलिस को एक स्कूल में बंधक बना लिया। खास बात ये रही कि इस दौरान पुलिस वाले काफी बेबस नजर आए। हालांकि इस घटना के बाद से पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी भी कोई बयान देने से बचते नजर आए। वहीं एडीएम ने मामले में जांच व कार्रवाई की बात कही है। यह मामला तीन दिन पुराना हो गया है लेकिन अब जब वीडियो वायरल हुआ तो हड़कम्प मच गया है।
हरदोई के पाली थाना क्षेत्र के कनकापुर उबरिया गांव में राशन की दुकान के लिए अधिकारियों द्वारा खुली बैठक का आयोजन किया गया था, जहां वोटिंग के दौरान बहुमत सेवानिवृत्त सैनिक रविंद्र कुमार के पक्ष में हुआ, लेकिन ग्रामीणों के अनुसार अधिकारियों की मिलीभगत से प्रस्ताव किसी अन्य का बना दिया गया। बस फिर क्या था, इसी बात पर ग्रामीणों के साथ महिलाएं इतनी अत्यधिक आक्रोशित हो गईं कि उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामा होते देख कोटा चयन के लिए आए अधिकारियों ने थाना पुलिस को फोन किया व बताया कि जान को खतरा है, मामले की गम्भीरता देख क्षेत्र के तीन थानों की पुलिस जिसमें लगभग 40 पुलिसकर्मी थे मौके पर आकर ग्रामीणों पर दबाव बनाने की कोशिश करने लगे।
इसी दौरान वहां एकत्रित महिलाओं ने भ्रष्टाचार व राशन दुकान के चयन में धांधली का विरोध करते हुए तीनों थानों की पुलिस को स्कूल प्रांगण के अंदर बंद कर बन्धक बना लिया व बहसबाजी शुरू कर दी। पुलिस इन महिलाओं के आक्रोश के आगे बेबस होकर नतमस्तक नजर आई। पुलिस ने मौके की नजाकत देखकर किसी तरह महिलाओं की अनुनय-विनय कर अपने को बंधन मुक्त कराया व आला अधिकारियों को स्थिति की गम्भीरता की जानकारी दी।
पूर्व सैनिक रविंद्र शुक्ला ने बताया कि खुली बैठक में ग्रामीणों के सामने मैं 99 वोटों से विजय हो गया था परंतु अधिकारियों ने मिलीभगत कर, भ्रष्टाचार कर व घूसखोरी कर राशन दुकान का चयन अन्य के नाम कर दिया इसी पर ग्रामीण व महिलाएं आक्रोशित हो गई। मैंने उच्चाधिकारियों से इस मामले की शिकायत की है उन्होंने आश्वासन दिया है कि मामले पर कार्रवाई की जाएगी।
इस गंभीर मामले में उप जिला अधिकारी सवायजपुर व पुलिस के क्षेत्रीय अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो सभी ने महिलाओं के आक्रोश के आगे व्यक्तव्य देने से मना कर दिया। वहीं अपर जिलाधिकारी विमल अग्रवाल ने बताया कि शिकायत मिली है, तथ्यों की जांच करायी जाएगी व मामले में निष्पक्ष रूप से कार्रवाई की जाएगी।।
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