गोरखपुर ऑक्सीजन कांड: डॉक्टर कफील बोले, 'मेरा भविष्य सीएम योगी के हाथ में है'
गोरखपुर। पिछले साल अगस्त के महीने में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हुए ऑक्सीजन कांड के आरोपी डॉ. कफील खान को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद शनिवार शाम जेल से रिहा कर दिया गया। कफील के समर्थकों की भीड़ शाम छह बजे से ही जेल गेट पर जुटनी शुरू हो गई थी। जेल से बाहर आए कफील खान ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय ने स्पष्ट कहा है कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। पिछले आठ महीने में उनके परिवार ने क्या कुछ सहा है, सबको पता है।
कफील खान ने कहा, 'आठ महीने जेल में बिताने के बाद मैं मानसिक तौर पर परेशान हो चुका हूं और शारीरिक तौर पर बीमार महसूस कर रहा हूं। गोरखपुर जेल में 800 की क्षमता है लेकिन वहां 2000 से ज्यादा लोग रह रहे हैं। उस दिन मैंने जो कुछ किया वह एक पिता, डॉक्टर और एक सच्ची हिंदुस्तान के तौर पर किया था। मेरा काम बच्चों का इलाज करना था, मैंने ऑक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था करने का कोशिश की थी, क्योंकि तरल ऑक्सीजन समाप्त हो गया था।
डॉ. कफील ने कहा, 'जेल में आठ महीने मेरे लिए बहुत ही ज्यादा डरावने थे, मुझे बिना किसी कारण के खतरनाक अपराधियों के बीच रखा गया। ये बहुत ही बुरा था। मुझे नहीं पता मैंने क्या गलत किया था। इसके साथ ही कफील ने आग्रह किया, 'मेरे नाम के आगे ऑक्सिजन कांड का आरोपी लिखना बंद कर दें।
उन्होंने कहा, 'अब मेरा भविष्य मुख्यमंत्री योगी पर टिका है। यदि वह मेरा निलंबन रद्द करते हैं तो वह फिर से हॉस्पिटल ज्वाइन कर लेंगे और जनता की सेवा करते रहेंगे। जब से जेल गया मेरी मां बीमार है। पत्नी मासूम बेटी के साथ परेशान थी। जेल में मेरी तबीयत लगातार बिगड़ रही थी। घर जाकर मां को गले लगाऊंगा और परिवार के साथ समय बिताऊंगा।'