कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को गोल्ड जिताने वाली बनारस की पूनम यादव बनेंगी इस शहर की बहू
मिर्जापुर। ऑस्ट्रेलिया में चल रहे 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारोत्तोलन में गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम रोशन करने वाली वाराणसी की पूनम यादव मिर्जापुर की बहू बनेंगी। उनकी शादी जिले के कोन ब्लॉक के मवैया गांव निवासी मिलिट्रीमैन धर्मराज यादव से तय हुई है। ओलंपिक में हिस्सा लेने के बाद दोनों दाम्पत्य सूत्र बंधन में बंधेंगे। पूनम के गोल्ड जीतने पर उनकी ससुराल में भी खुशी मनाई जा रही है। पूनम की ससुराल मवैया में दो दिनों से लोग मिठाइयां बांटकर खुशी का इजहार कर रहे हैं।
गोल्ड मेडल जीतकर आई सुर्खियों में
वाराणसी की पूनम यादव ने कॉमनवेल्थ गेम्स में 69 किलोग्राम वर्ग में भारत को पांचवां गोल्ड दिलाकर इतिहास रच दिया। गोल्ड जीतने के बाद पूनम को वाराणसी सहित पुरे देश ने उनको पलकों पर बिठा लिया। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी पूनम की खुलकर तारीफ की और साथ ही उनको राज्य सरकार की तरफ से 50 लाख रुपये और राज्य सरकार में राजपत्रित अधिकारी का पद देने की घोषण भी की।
ओलंपिक के बाद होगी शादी
पूनम के पिता कैलाश यादव ने बताया कि उनकी बेटी की शादी मवैया गांव के धर्मराज यादव से तय हुई है। धर्मराज भी खिलाड़ी रहे हैं। शादी का दिन और तारीख अभी तय होना बाकी है। पूनम के ओलंपिक में हिस्सा लेने के बाद शादी होगी। दोनों पक्ष इस पर राजी भी हैं। बता दें कि पूनम के ऑस्ट्रेलिया में गोल्ड जीतने के बाद उनकी ससुराल मवैया में भी मिठाई बांटकर खुशी मनाई गया है।
सक्तेशगढ़ आश्रम से जुड़े हैं वर-वधू पक्ष
वर और वधू दोनों पक्ष सक्तेशगढ़ स्थित स्वामी अड़गड़ानंद महाराज के आश्रम से जुड़े हैं। दोनों परिवारों के रिश्ते की बात भी महाराज के निर्देश पर ही तय हुई है। पूनम के पिता कैलाश यादव ने बताया कि वह स्वामी अड़गड़ानंद महाराज के पास गुजरात में ही सेवा भाव में लगे थे। दो दिन पहले ही उन्होंने बारह किलो मिठाई देकर विदा किया था। साथ ही आशीर्वाद दिया था कि जाओ तुम्हारी बिटिया राष्ट्रमंडल खेल में सोना जीतेगी। वह इलाहाबाद पहुंचे थे कि अचानक सूचना मिली कि पूनम ने स्वर्ण पदक जीत लिया है।
स्वामी जी किया था पूनम को खेलने के लिए प्रेरित
सक्तेशगढ़ आश्रम के परमहंस स्वामी अड़गड़ानंद महाराज ने ही पूनम की खेल प्रतिभा को देखकर कामनवेल्थ गेम में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया था। भविष्य में ओलंपिक में भी उनके ही निर्देश पर पूनम हिस्सा लेने की तैयार करेंगी। पूनम के पिता कैलाश ने बताया कि पूनम महाराज के आशीर्वाद से ही आगे बढ रही हैं।