NGT के आदेश पर गाजियाबाद हज हाउस सील, कब खुलेगा कुछ पता नहीं
NGT के आदेश पर गाजियाबाद हज हाउस सील, कब खुलेगा कुछ पता नहींNGT के आदेश पर गाजियाबाद हज हाउस सील
गाजियाबाद। सपा सरकार के कार्यकाल में बनाए गए हज हाउस को सील कर दिया गया है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेश पर यूपी प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने मंगलवार को हज हाउस सील किया। अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री के तौर पर इस हाउस का उद्घाटन किया था और उन्होंने जब-जब अपनी उपब्लिधयों का जिक्र किया तो उनमें हज हाउस का नाम सबसे पहले लिया। एनजीटी का कहना है कि हज हाउस से निकलने वाला गंदा पानी हिंडन नदी और भूजल को दूषित कर रहा है। एनजीटी ने अपने आदेश में कहा है कि जब हज हाउस में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट न लगाया जाए, तब तक उसे सील रखा जाए।
कब खुलेगा हज हाउस पता नहीं, सुशील राघव ने दर्ज कराई थी याचिका
जानकारी के मुताबिक, जिस वक्त हज हाउस बनाया गया था, उस वक्त इसमें सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लगाया गया था। हालांकि, अभी तक सामने आई रिपोर्ट में एनजीटी ने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए कोई समय सीमा का जिक्र नहीं है। ऐसे में यह सवाल अब भी बना हुआ है कि आखिर तक तब सीवेज प्लांट का कार्य पूरा होगा? और कब हज हाउस पर लगी सील हटेगी? हज हाउस बनाते वक्त की प्रदूषण मानकों की अनदेखी के संबंध में पर्यावरणविद सुशील राघव ने एनजीटी के पास याचिका दायर की थी।
याचिकाकर्ता ने हज हाउस के बारे में रखे थे ये तर्क
याचिकाकर्ता ने एनजीटी से कहा कि जिस जगह पर हज हाउस का निर्माण किया गया है वह डूब क्षेत्र है। इसके बाद भी यहां इमारत का निर्माण कराया गया, लेकिन उससे भी बड़ी बात यह है कि परिसर में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक नहीं लगाया गया। एनजीटी के आदेश पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने हज हाउस का निरीक्षण किया। नियमों के मुताबिक, हज हाउस में कम से कम 136 किलोलीटर की क्षमता वाला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट होना चाहिए था। इससे पहले एनजीटी ने प्रदूषण बोर्ड से पूछा था कि हज हाउस परिसर में सीवेज प्लांट नहीं है। ऐसे में इसका पानी आखिर कहां जाएगा? प्रदूषण बोर्ड की रिपोर्ट मिलने के बाद एनजीटी ने हज हाउस को सील करने का आदेश दे दिया। अब सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगने के बाद ही हज हाउस को खोला जाएगा।
लखनऊ में हज हाउस के रंग पर भी हुआ था विवाद
इससे पहले लखनऊ में हज हाउस कमेटी की दीवारों को भगवा रंग में रगे जाने पर भी विवाद खड़ा हो चुका है। इस मुद्दे को लेकर पहले तो योगी सरकार ने भगवा रंग किए जाने का बचाव किया था, लेकिन बाद में मामले को तूल पकड़ता देख वह बैकफुट पर आ गई थी और हज हाउस की दीवारों का रंग बदलवा दिया गया था। भगवा रंग के बारे में पूछे गए सवाल पर योगी सरकार में मंत्री मोहसिन रजा ने कहा था कि भगवा रंग पर विवाद खड़ा नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह तो इमारत को सुंदर बनाने के लिए किया गया था।
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