मोदी की काशी में पहली बार G-20 सम्मेलन, ग्लोबल इकोनॉमी पर होगी दो दिनों तक चर्चा
भारत और कनाडा इस बैठक में सयुक्त रूप से अध्यक्षता कर रहे हैं। भारत G-20 के आर्थिक फ्रेम वर्किंग ग्रुप (एफ.डब्ल्यू.जी) बैठक की चौथी बार मेजबानी कर रहा है।
वाराणसी। पीएम के शहर काशी में भारत सहित 20 देशों के साथ G-20 सम्मेलन का आगाज हो गया हैं। मंगलवार से G-20 फ्रेमवर्क वर्किंग ग्रुप की तीसरी दो दिवसीय बैठक शुरू हुई हैं। इस बैठक में विकसित और विकासशील देशों के 80 से ज्यादा प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। यहां तय हुए विकास के एजेंडे को जुलाई में जर्मनी के हैम्बर्ग शहर में होने वाले G-20 के सम्मलेन में रखा जाएगा। G-20 की इस बैठक में वर्किंग ग्रुप के सदस्य देशों के वित्त मंत्रालय और केंद्रीय बैंकों के अधिकारी शामिल हैं। बैठक का उद्घाटन वित्त मंत्रालय के सचिव शशिकांत दास ने किया।
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भारत और कनाडा इस बैठक में सयुक्त रूप से अध्यक्षता कर रहे हैं। भारत G-20 के आर्थिक फ्रेम वर्किंग ग्रुप (एफ.डब्ल्यू.जी) बैठक की चौथी बार मेजबानी कर रहा है। इससे पहले 2012 में राजस्थान, 2014 में गोवा, 2015 में केरला में इस ग्रुप की मेजबानी भारत कर चुका है तो इस बार मोदी सरकार में ये उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पहली बार आयोजित किया गया है। इस बैठक का एजेंडा ग्लोबल अर्थव्यवस्था को समावेशी बनाने पर केन्द्रित है। इस सम्मलेन में सेंट्रल बैंक ऑफ अर्जेंटीना, बैंक आफ कनाडा, बैंक आफ इटली, बैंक ऑफ जापान, बैंक ऑफ रसिया, बैंक ऑफ कोरिया, बैंक ऑफ इंडोनेशिया, साउथ अफ्रिका रिजर्व बैंक, बैंक ऑफ इंग्लैंड और स्विस नेशनल बैंक के अधिकारी मौजूद हैं। इस बैठक में ग्लोबल इकोनॉमी पर यानी आर्थिक चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा वाराणसी के जिलाधिकारी ने बताया की बनारस की संस्कृति को जानने के लिए विदेश से आए डेलिगेट्स गंगा घाट और सारनाथ भी जाएंगे।
क्या है G-20 सम्मेलन?
G-20 यूरोपीय संघ और 19 देशों का समूह है, जो ग्लोबल इकॉनमिक परिदृश्य सहित दूसरी महत्वपूर्ण चुनौतियों पर चर्चा करता है और 2009 में स्थापना के बाद से भारत, कनाडा के साथ मिलकर इसकी सह-अध्यक्षता कर रहा है।
मोदी की काशी भी घूमेंगे डेलिगेट्स
यही नहीं डीएम योगेश्वर राम ने हमें बताया की भारत के अधिकारी के साथ पहली बार आए इन सभी देशों के अधिकारी पीएम की काशी घूमने जाएंगे। जहां वो काशी के आध्यात्म और संस्कृति दर्शन करना चाहते हैं। ये डेलिगेट्स यहां का कॉरपोरेट और बुनकरी को देखना चाहता है। इन लोगों की वाराणसी के दशाश्वमेघ घाट की गंगा आरती, सारनाथ सहित कई धार्मिक स्थलों पर उपस्थिति दर्ज कराने की इच्छा है।
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