पीएम मोदी का नाम लेकर मेरठ की मेमसाब बांट रही थीं फर्जी नौकरियां
रविवार को सभी को होटल राजमहल में इंटरव्यू के लिए बुलाया गया जहां आठ नौकरियों के लिए सैकड़ों आवेदक आ पहुंचे। इन परिस्थितियों को देखकर आवेदकों का माथा ठनका...
मेरठ। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत एक महिला ने लाखों की रकम हड़प ली। बेराजगारों की नौकरी लगवाने के नाम पर गंगानगर की रहने वाली इस महिला ने सैकड़ों बेरोजगारों को ही लूट लिया। रविवार को सभी को होटल राजमहल में इंटरव्यू के लिए बुलाया गया जहां आठ नौकरियों के लिए सैकड़ों आवेदक आ पहुंचे। इन परिस्थितियों को देखकर आवेदकों का माथा ठनका और मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस को देख इंटरव्यू ले रहे लोगों में भगदड़ मच गई। पुलिस ने चार महिलाओं सहित दस लोगों को गिरफ्तार किया तो गंगानगर के संचालित हो रहे इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। ठगी के शिकार 45 आवेदकों ने फर्म की संचालक महिला और उसके साथियों के खिलाफ तहरीर दी है।
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भारती स्कूल फॉर स्किल्स के नाम से चल रहा था फर्जीवाड़ा
दरअसल गंगानगर निवासी ध्वनी जैन ने गंगानगर में 'भारती स्कूल फॉर स्किल्स' के नाम से एक संस्था खोली। शहर में कई स्थानों पर संस्था के बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगवाकर और समाचार पत्रों में विज्ञापन प्रकाशित कराकर बेरोजगारों को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत बैंकों में नौकरी लगवाने का दावा किया गया था। आरोप है कि एचडीएफसी बैंक में नौकरी लगवाने पर मेरठ और आसपास के इलाकों के बेरोजगार युवक-युवतियों से संस्था के सदस्यों ने रजिस्ट्रेशन फॉर्म के नाम पर 1100 की रकम वसूली। वहीं कई से दस से बीस हजार की रकम तक वसूल की गई। ये फर्जीवाड़ा पिछले करीब चार महीने से चल रहा था।
सभी को होटल राजमहल में इंटरव्यू के लिए बुलाया
संस्था में आवेदन कराने वाले बेरोजगार युवाओं के मुताबिक उन्हें रविवार को उनके मूल शैक्षिक प्रमाणपत्रों के साथ होटल राजमहल में इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था। होटल राजमहल के बेसमेंट में नौकरी के लिए आवेदकों को बैठाया गया और थर्ड फ्लोर पर इंटरव्यू की प्रक्रिया चल रही थी। आवेदकों के मुताबिक इसी दौरान उन्हें पता चला कि संस्था के पदाधिकारियों द्वारा एचडीएफसी बैंक में विभिन्न पदों पर नौकरी के लिए मात्र आठ लोगों का चयन किया जाना है जबकि मौके पर लगभग 500 से ज्यादा आवेदक पहुंच चुके थे। आपस में बात करने पर पता चला कि संस्था के पदाधिकारियों ने सभी को नौकरी दिए जाने का वादा किया है। जिसके बाद आवेदकों का माथा ठनक उठा, कुछ लोगों ने अपने परिचित एचडीएफसी बैंक के अधिकारियों से मोबाइल पर संपर्क किया तो जानकारी मिली कि बैंक द्वारा किसी प्रकार के इंटरव्यू ही नहीं लिए जा रहे। जिसके बाद कुछ लोगों ने सदर पुलिस को मामले की जानकारी दी।
पुलिस को देखते ही मच गई भगदड़
मामले की जानकारी मिलते ही सदर पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस को देखते ही नौकरी के लिए इंटरव्यू ले रहे कथित बैंक अधिकारियों में भगदड़ मच गई और कई लोग पीछे के रास्ते से फरार हो गए। पुलिस ने मौके से संस्था की संचालिका ध्वनी जैन और उसके साथ मौजूद उड़ीसा निवासी अनुराधा, सुमन वाधवा और दीपा नाम की महिला सहित 6 युवकों को दबोच लिया। पुलिस सभी को लेकर थाने पहुंची तो पीछे-पीछे सैकड़ों आवेदक भी थाने पहुंच गए। उन्होंने पुलिस को संस्था द्वारा खुद को दी गई रसीदें आदि दिखाते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। अपने साथ हुई ठगी की जानकारी मिलने के बाद 45 आवेदकों ने संस्था के संचालकों के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है। पूरे मामले के पीछे किसी शातिर दिमाग के होने का अंदेशा लगाया जा रहा है।
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